शाहजहाँपुर। इब्ने हसन ज़ैदी। इस कलयुग मे जो भी न हो जाये उसे कम ही माने, क्योकि कुॅवारे तो है बदनाम लेकिन क्या कहां जाये जब शादी शुदा औरते करने लगे ऐसे बूरे काम। जो तीन बच्चो की माँ अपने कुॅवारे देवर को दिन मे दवा के बहाने ले के हो गई फुर्र।
मामला थाना कोतवाली की एक महिला की शादी जावेद (काल्पनीक नाम) के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार अब से कई साल पहले जावेद पुत्र स्व0 नावेद (काल्पनीक नाम) के साथ हुई थी। जिससे एक पुत्र व दो पुत्रिया हुई। पुत्र तो ननिहारे मे ही छोड़ दिया वही उसका पालन पोषण हो रहा है। और दो लड़िकया माँ के पास रहती थी। जावेद (काल्पनीक नाम) सीधा साधा व्यक्ति है और जावेद (काल्पनीक नाम) का छोटा भाई आशिक (काल्पनीक नाम) का अपनी भाभी से नेन मटका काफी समय से चल रहा था। चूकि मामला परिवारिक होने के नाते पास पड़ोसी व रिश्तेदारो को इसकी खबर नही लग सकी। मामला तब सामने आया और मोहल्ले वासियो की भी तब समझ मे आया कि जब देवर भाभी की आशिकी के चर्चे उस समय चालू हुए जब दिनांक 04 फरवरी 2016 को दोपहर 01 बजे महिला अपनी बच्ची को साथ लेकर अपने देवर आशिक (काल्पनीक नाम) को भी साथ मे लिया और घर से इस तरह दोनो सीना तान के निकले। जब पास पड़ोसियो ने पूछा कि कहां कि तैयारी है तो उस पर कल्युगी लड़के की भावज बोली कि दवाई लेने जा रहे है जब शाम तक दोनो वापस नही आये तो मोहल्ले वालो का ध्यान हट ही गया था। लेकिन लड़के और महिला के परिवार वालो का माथा ठनकां लेकिन मामला घरेलू होने की वजह से उन लोगो ने पास पड़ोसियो को इसकी भनक नही लगने दी। लेकिन धीरे-धीरे समय बीतता गया और रात होती गई वैसे-वैसे लड़के व महिला के परिवार वालो के चेहरे भी मुरछाने लगे। इसी बीच पास पड़ोसी मामले को चरज गये कि कोई न कोई तो बात है जिस घर मे हर समय खुशी का महौल हो उस घर मे मामतम सा छाया। इस बात की जब पास पड़ोसियो ने खोज लगाई तो फिर देवर व भावज की प्रेम कहानी घर की चार दीवारी से बाहर आई। धीरे-धीरे फिर लोगो को पता चला कि शादी शुदा और तीन बच्चो की माँ अपने सीधे साधे पति को छोड़कर हो गई अपने देवर के साथ रफू चक्कर। इस मामले मे जब थाना कोतवाली के हल्के के दरोगा से बात हुई तो दरोगा के अनुसार अभी तक यह मामला उनके संज्ञान मे नही है। लेकिन परिवार वाले देवर भावज को ढूढने मे लगे हुये है। और मोहल्ले मे भी काफी चर्चा का विषय देवर भाभी की प्रेम कहानी का बना हुआ है।