कानपुर। इब्ने हसन ज़ैदी। सत्ता का सुरुर ब्लाक प्रमुख चुनाव में देखने को मिल रहा है जहां सत्ता पक्ष के लोग जबरन निर्विरोध चुनाव जीतने के प्रयास कर रहे है। ऐसे में सत्ता पक्ष के लोग विरोधिओं को किस तरह गुंडई के बल पर दबा रहे है इसका एक खुला नजारा कानपूर के चौबेपुर ब्लाक पर नजर आया जहा सपा विधायक मुनीन्द्र शुक्ला के उपस्थिति में उनके समर्थको ने उनके भतीजे को निर्विरोध ब्लाक अध्यक्ष बनवाने के लिए दूसरे प्रत्याशी के समर्थको को पुलिस के सामने ही दौड़ा दौड़ा कर मारा।
घटना इस प्रकार हुई कि कानपुर में आज ब्लाक प्रमुख चुनाव के लिए नामांकन शुरु हो गया। दस पदों के लिए होने वाले चुनाव के लिए 787 बीडीसी मतदान करेंगे। नामांकन के पहले दिन ही चौबेपुर में विधायक की दबंगई देखने को मिली। जहां नामांकन कराने पहुंचे प्रत्याशियों के साथ विधायक समर्थकों ने मारपीट कर दी जिससे प्रत्याशी चुटहिल हो गया। दरअसल बिठूर विधायक मुनिन्द्र शुक्ला अपने रिश्तेदार प्रत्याशी अनुभव शुक्ला को निर्विरोध जिताना चाहते थे यही वजह है कि दूसरा कोई प्रत्याशी नामांकन न करे इसके लिए उन्होने पूरा इन्तजाम कर रखा था। जैसे ही कमला देवी अपने देवर के साथ नामांकन कराने पहुंची वैसे ही सपा से प्रत्याशी अनुभव शुक्ला ने अपने समर्थकों के साथ हमला बोल दिया और जमकर मारपीट की। ये सारा तमाशा सपा विधायक मुनीन्द्र शुक्ला और चौबेपुर पुलिस के सामने होता रहा। पुलिस ने इसे रोकने के प्रयास नहीं किया। वहीं पीड़ित प्रत्याशी कमला देवी के देवर का कहना है कि एसओ चौबेपुर ने विधायक के कहने पर उनको मारा और नाक फोड़ दी और हमको नामकन नहीं करने दिया बाद में जिला अधिकारी के निर्देश पर पीड़ित प्रत्याशी का नामांकन करा दिया गया। ऐसे में सपा विधायक मुनीन्द्र शुक्ला के भतीजे अनुभव शुक्ला का निर्विरोध चुना जाना मुश्किल हो गया है।
ब्लाक प्रमुख का नामांकन करने आई कमलादेवी का समर्थक ज्ञानेन्द्र ने हमसे कहाकि ” सपा विधायक अपने समर्थक को जिताने के लिए पुलिस से मिलकर हम लोगो का नामांकन पत्र छिनवा लिया हम लोगो को मरवा रहे है ”
पुलिस और प्रशासन के ठीक सामने विधायक समर्थको की इस दबंगई पर कोई अधिकारी कुछ भी सफाई देने को तैयार नहीं है आखिर वे सफाई देंगे भी क्या जब सब कुछ उनकी आखो के सामने ही हो रहा था।