कानपुर। इब्ने हसन ज़ैदी। पुलिस की नौकरी में खुलासा बड़ा मायने रखता है। पुलिस जब किसी बड़े और नामी अपराधी को पकड़ती है तो मीडिया को भी बुलाकर बड़े शान से खुलासा करती है और वाहवाही लूटती है। बड़े अपराधी ही नही अब तो छोटे अपराध में भी खुलासा होने लगा है। लेकिन जब पुलिस की वर्दी वाला कोई अपराधी पकड़ा जाता है तो पुलिस कैसी तरफदारी करती है कि मीडिया वाले भी धोखा जाते है ऐसा ही एक मामला आज कानपुर पुलिस ने किया है जब एक वर्दी वाला दरोगा जो एक सिपाही की पत्नी के साथ बलात्कार के मामले में फरार चल रहा था।
दरोगा सिपाही की पत्नी से समझौता करने के लिए एक लाख बीस हज़ार रुपया लेकर आया था आज पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में एसपी सिटी पुरे प्रकरण को छुपाते हुए कितना साधारण तरीके से वांछित कह कर जेल भेज दिया। एसपी ने दरोगा की पहचान छुपाये रखा दरअसल 6 जनवरी को कानपुर में एक बलात्कार का मामला सामने आया था जिसमे एक माँ अपने बेटे को पुलिस की नौकरी दिलाने के नाम पर एक दरोगा के झांसे में आकर अपनी इज़्ज़त गँवा बैठी थी। पुलिस ने जब मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो दरोगा फरार हो गया था ।
कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला जो एक सिपाही की पत्नी है अपने बेटे की पुलिस में नौकरी दिलाने के लिए एक दरोगा की ठगी का शिकार हो गई।सिपाही से पदोन्नति पाकर बना दरोगा ओमप्रकाश राणा कानपुर से ट्रान्सफर होकर फर्रुखाबाद में पुलिस लाइन में तैनात था। ओमप्रकाश राणा ने कानपुर में पनकी निवासी महिला के पुत्र को पुलिस में भर्ती कराने का ऑफर दिया और बदले में एक लाख बीस हज़ार रुपया ले लिया जब पुलिस परीक्षा के रिजल्ट में लड़के का नाम नहीं आया तो महिला ने दरोगा ओमप्रकाश राणा से रुपया मांगना शुरू किया। दरोगा ने उसे कानपुर के घण्टाघर चौराहे पर रुपया देने के लिए बुलाया। महिला रूपये लेने के लिए जब घण्टाघर पहुंची तो दरोगा ने उससे कहा कि रुपया रूम पर रखा है चलो वहीँ दे देंगे महिला दरोगा के झांसे में आगई महिला जब रूम पर पहुंची तो दरोगा ने रुपया तो दिया नहीं उलटा महिला की इज़्ज़त लूट ली । महिला ने जब शोर मचाने की कोशिश की तो दरोगा महिला को जान से मारने की धमकी देने लगा। महिला वहां से भाग कर सीधे हरबंशमोहाल थाने पहुंची जहां उसने दरोगा ओमप्रकाश राणा के विरुद्ध 376,323 और 506 का मुकदमा दर्ज कराया था।
वहीं महिला लोक लाज के डर से किसी भी के सामने आने से बच रही थी।
इस मामले में आरोपी दरोगा रिपोर्ट लिखी जाते ही फरार हो गई था।
आज आरोपी दरोगा ओमप्रकाश एक पुलिस कर्मी के सहयोग से पीड़ित महिला से समझौता करने के लिए एक लाख बीस हज़ार रुपया लेकर आया था जब महिला पर दरोगा का सहयोगी दबाव बनाने लगा तो पीड़ित महिला ने हरबन्शमोहाल थाने को सुचना दे दी। सूचना पर पुलिस ने आरोपी दरोगा को जब गिरफ्तार कर लिया तो उसे छुड़ाने के लिए विभाग के कई सहकर्मी दबाव बनाने लगे। वही अब एसपी सिटी ने भी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रेप के आरोपी दरोगा की पहचान छुपाये रहे और सिर्फ वांछित अपराधी कह कर गिरफ्तारी बताई।