जिसकी वजह से उन पर संदेह और बढ़ गया। आरोपी पहले तो गुमराह करने की कोशिशें करते रहे ।
लेकिन जब ग्रामीणों ने सख्ती की तो बताया कि सहसवान में किसी कसाई को यह गोवंश सौंपे जाने थे।
वहां तक पहुंचाने के इनको 1000 रूपये एक व्यक्ति को रोज के हिसाब से मिलते थे।
ग्रामीणों ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन आरोपी चंद्रपाल पुत्र जालिम सिंह और हरीशंकर पुत्र मन्नू दोनों निवासी हसनपुर तथा पन्नालाल पुत्र रामस्वरूप निवासी सहसवान बदायूं को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि गोवंश सहसवान ले जाए जा रहे थे, जहां इन्हें काटा जाना था। आरोपियों ने पुलिस के समक्ष पशु तस्करी के कुछ अन्य मामले भी स्वीकार किए हैं।
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