उपभोक्ताओं को राशन, अब कार्ड दिखाकर नहीं बल्कि अंगूठा लगाकर मिलेगा। मशीन पर अंगूठा लगाते ही वितरण की पर्ची मिलेगी और इसके आधार पर राशन सामग्री मिल जाएगी। इसके लिए खाद्यान्न वितरण प्रणाली को आधार कार्ड से जोडऩे का कार्य शुरू हो गया है। नई व्यवस्था लागू होते ही राशन कार्ड खत्म कर दिए जाएंगे।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) जनवरी माह से मुरादाबाद समेत प्रदेश के 24 जिलों में लागू हो चुका है। शेष जिलों में मार्च माह से यह लागू हो जाएगा।
खाद्यान्न की कालाबाजारी रोकने के लिए यह व्यवस्था की गई है। राशनकार्ड धारकों को आधार कार्ड से जोड़ा जा रहा है। राशन डीलरों के माध्यम से परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड की फोटो स्टेट ली जा रही है। जब सभी कार्ड धारक आधार कार्ड से जुड़ जाएंगे तो उसके बाद डीलरों को प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन दी जाएगी। इस मशीन पर कार्ड धारकों को अंगूठा लगाना पड़ेगा। अंगूठा लगाते ही मशीन से दो पर्ची निकलेंगी, जिसमें उपभोक्ता के नाम, पते के अलावा कितना गेहूं व चावल दिया जाना है, उसकी कीमत कितनी है समेत सारी जानकारी होगी। दुकानदार एक पर्ची अपने पास रखकर उपभोक्ता को खाद्यान्न उपलब्ध कराएगा। मुखिया के न पहुंचने पर परिवार का कोई भी सदस्य राशन दुकान पर यह प्रक्रिया अपनाकर राशन प्राप्त कर सकता है। व्यवस्था पूरी तरह ऑनलाइन होगी।
जिला पूर्ति अधिकारी सिंह ने बताया कि प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन लगाने के लिए शासन स्तर पर काम चल रहा है। डीलरों को मशीन उपलब्ध कराने के बाद कार्ड व्यवस्था को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।