आगरा। शीतल सिंह “माया”। विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) नेता अरुण माहौर के घर शोक संवेदना प्रकट करने पहुंचीकट्टर हिन्दूवादी नेता साध्वी प्राची ने अपने बयान से एक बार फिर सनसनी पैदा कर दी है। अपने बयानों के वजह से हमेशा विवाद में रहने वाली साध्वी ने इस बार प्रशासन की बहन बेटियो को उठा ले जाने की बात की है। साध्वी प्राची ने एक समुदाय विशेष पर टिपणी करते हुवे कहा कि जब वो प्रशासन की बहन बेटियो को उठा ले जायेगे तब इनकी अक्ल ठिकाने आयेगी।
वह आज विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) नेता अरुण माहौर के घर शोक संवेदना प्रकट करने पहुंची। कट्टर हिन्दूवादी नेता साध्वी प्राची ने अपने बयान से एक बार फिर सनसनी फैलाई। उन्होंने कहा कि यदि समुदाय विशेष के लोग प्रशासनिक अधिकारियों की बहन-बेटियों को उठाएंगे, तो इनको अक्ल आएगी। उन्होंने प्रशासन को सपा सरकार का पिट्ठू बताया। उन्होंने कहा कि अरुण माहौर की मौत का बदला लिया जाएगा, भले ही इसके लिए आंदोलन क्यूं न खड़ा करना पड़े। सरकार यूपी को कश्मीर बना रही है। पूर्व मेयर अंजुला सिंह माहौर के साथ आवास विकास कॉलोनी सेक्टर तीन स्थित वीएचपी नेता अरुण माहौर के घर साध्वी प्राची आज दोपहर 12.30बजे पहुंची। उन्होंने शोकाकुल परिवार को धैर्य दिलाते हुवे प्रदेश सरकार को आड़े हाथो लेते हुए कहाकि सपा उत्तर प्रदेश को कश्मीर बनाने की कोशिश कर रही है। समुदाय विशेष की संख्या जहां-जहां बढ़ रही हैं, वहीं से हिन्दुओं को मजबूरन पलायन करना पड़ रहा है। माहौर समाज के साथ आगरा में यह तीसरी बड़ी घटना है, इससे पहले सुभाष माहौर और ब्रजेश माहौर की भी हत्या आगरा में हो चुकी है।
साध्वी प्राची ने कहा कि प्रदेश सरकार भेदभाव कर रही है। जब अखलाक की मौत हुई थी, तो 50 लाख रुपये, दो सरकारी नौकरी और रहने के लिए एक आवास दिया गया था। अरुण माहौर के परिजनों को महज 15 लाख रुपये की चॉकलेट खिलाकर सरकार चैन से बैठी है और प्रशासन चादर फैलाकर सो गया है। उन्होंनेकहा कि मैं पूछती हूं कि अरुण माहौर के परिवार की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने आखिर क्या किया है।
अरुण के दो मासूम बच्चों और उसकी पत्नी को भी जान का खतरा है। प्रशासन को इनकी फिक्र नहीं है। प्रशासन तो सिर्फ लगा है साध्वी प्राची सिंह को रोकने में।
केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रो. रामशंकर कठेरिया ने चेतावनी दी है कि यदि डीएम और एसएसपी ने हमारी मांगें पूरी नहीं की तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाने की रणनीति बनाई जाएगी ।
ब्रज क्षेत्र कार्यालय में शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कठेरिया ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी अरुण माहौर के परिजनों को सांत्वना देने के लिए आगरा आ रहे थे। लेकिन कासगंज में पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। यह लोकतंत्र की हत्या है। अरुण माहौर की जिस तरीके से दिन दहाड़े हत्या हुई है, उससे पूरे प्रदेश में आक्रोश है।
कठेरिया ने आगरा के डीएम पंकज कुमार और एसएसपी डा. प्रीतिन्दर सिंह को चेतावनी दी कि वे २४ घंटे के अंदर हमारी मांगों को पूरा करें अन्यथा शोक सभा स्थल पर ही आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि नोएडा के अखलाक हत्याकांड की तर्ज पर अरुण माहौर के परिजनों को भी ५० लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाए। साथ ही मृतक परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी, हत्याकांड में शामिल आरोपियों पर रासुका, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक राणा व महामंत्री श्याम भदौरिया के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा भाजपाइयों पर दर्ज एफआइआर को निरस्त किया जाए ।
पत्रकार वार्ता में कठेरिया के साथ सांसद बाबूलाल, विधायक योगेन्द्र उपाध्याय, विधायक जगन प्रसाद गर्ग, ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल, जिलाध्यक्ष अशोक राना, महानगर अध्यक्ष नागेन्द्र प्रसाद दुबे गामा, विजय भदौरिया, सुमित उपाध्याय, मनोज शर्मा आदि मौजूद थे । पत्रकार वार्ता के बाद सभी भाजपा नेता अरुण माहौर के आवास विकास कॉलोनी स्थित आवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने गए ।