कानपुर। इब्ने हसन ज़ैदी। दिल्ली हावड़ा रुट के पनकी रेलवे लाइन पर एक महिला का शव पनकी पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस ने शिनाख्त कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जहां मायके पक्ष ने बेटी की हत्या का आरोप हत्यारोपी पति पर लगाकर जांच शुरु कर दी। पुलिस ने शुक्रवार को हत्यारे
पति को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस की माने तो हत्यारोपी ने अपनी साली से एक तरफा प्यार के चलते पत्नी की हत्या की है।
एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि पनकी पुलिस ने पनकी भाग तीन निवासी झांसी पुलिस लाइन में आरक्षी पद पर तैनात महेंन्द्र प्रताप सिंह की बेटी ज्योत्सना का शव रेलवे ट्रैक पर बरामद किया था। जहां पिता ने बेटी की मौत का आरोप उसके ही पति सुनील उर्फ शिवराज सिंह व अन्य परिवार पर लगाकर थाने में तहरीर दर्ज करायी थी। पनकी थानेदार आशीष कुमार मिश्रा ने मामले को संज्ञान में लेकर सर्विलांस व क्राइम ब्रांच की मदद से ज्योत्सना की मौत का रहस्य जानने के लिए जांच में जुट गये।
जहां सर्विलांस टीम ने सुनील के नंबर को ट्रैस करते हुए गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उससे सख्ती से पूछतांछ की। जिस पर सुनील ने बताया कि ज्योत्सना की छोटी बहन सरिता उर्फ मोनी को बहुत प्यार करता था। इस प्यार के कारण उसने पत्नी पर ध्यान न देकर साली पर डोरे डालना शुरु कर दिया। वहीं दम्पत्य सुख न मिलने पर ज्योत्सना मायके चली गयी। हत्यारे ने बताया कि पत्नी को यह सब जानकारी होने पर पिता से कहकर बहन की शादी कहीं और तय करवा दी। 25 तारीख को सरिता की गोदभराई व शादी निश्चित हो चुकी थी। इन सब की जानकारी होने पर अपने प्यार को दूसरे के हाथों देखने पर सुनील ने हत्या की योजना बना ली।
एसएसपी ने बताया कि हत्यारोपी ने अपना गुनाह कबुल करते हुए बताया कि जब उसको यह पता चला कि उसकी साली सरिता यानि की प्रेमिका की शादी कहीं और तय हो गयी है तो इस शादी को तोड़ने के लिए योजना बनाना शुरु कर दिया। तभी सुनील ने फोन करके अपनी पत्नी ज्योत्सना को बुलाया और सिर को पटक-पटक कर पत्नी की हत्या कर दी हत्यारोपी ने बताया कि उसकी और ज्योत्सना की शादी को करीब 12 वर्ष बीत
चुके है। लेकिन जब उसने उसकी छोटी बहन को देखा तो उसे चाहने लगा। एक तरफा
प्यार के कारण उसने अपनी पत्नी को भी पत्नी जैसा हक नहीं दिया और बेइंतहा
नफरत करने लगा।
इस ब्लाइंड केस का खुलासा करते हुए थानेदार आशीष कुमार मिश्रा ने बताया कि भले ही लोग व्हाटसप एफ को अपने दोस्त और रिश्तेदारों को बातचीत करने के लिए उपयोग करते हों। लेकिन इस व्हाटसअप ने ज्योत्सना हत्याकांड का खुलासा करने में बहुत अहम भूमिका अदा की है।