ग़ाज़ीपुर। मुहम्मद शाहनवाज़। भारत की अर्थ व्यवस्था खेती पर निर्भर करती है। खेती भारत की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करती है। इस मुल्क को मज़बूत करने के लिए किसान कड़ी धुप, कड़े जाड़े में मेहनत करता है। खून पसीना बहाता है। पर जब इन्ही किसानो को फसल में नुकसान हो तो वह हताश और निराश हो जाता है और इन किसानो को अगर सरकार से कोई उम्मीद की किरण दिखाई देती है तो उसको भी सरकारी नौकरशाही का चोगा पहने सरकारी कर्मी रूपी कुछ भेड़िये नज़र लगा लेते है। नतीजा ये होता है की किसान गरीबी के बोझ से दबकर आत्महत्या कर लेते है।
ऐसा ही एक मामला मुहम्मदाबाद तहसील से सम्बंधित एक गबन में देखने को मिला। प्रदेश सरकार ने किसानो की हुई फसलों के नुकसान के लिए 17 करोड़ 82 लाख 67 हज़ार रूपये दिए थे जिसमे से 16 करोड़ 93 लाख 67 हज़ार 332 रुपया 456 गावो के 33 हज़ार 588 किसानो को बाटा गया। शेष बची धनराशि में से 46 लाख रुपयो का घोटाला हो गया।
इस प्रकरण का खुलासा मुहम्मदाबाद कोतवाली में दर्ज एक मुक़दमे से हुवा जब सम्बंधित लेखपाल मनिया शिवमूरत ने कोतवाली में अपराध संख्या 275/16 अंतर्गत धारा 379, 419, 420 के तहत 46 लाख के घोटाले का संज्ञान देते हुवे राम केवल (एक गैर सरकारी कर्मचारी) को इस घोटाले में नामज़द करवाया।
गबन की सूचना पर तहसीलदार संग स्वयं एसडीएम मुहम्मदाबाद इलाहाबाद बैंक की सम्बंधित शाखा पहुचे और पत्रावली एवम् चेक का अवलोकन किया। इस जांच में यह स्पष्ट हुवा कि उपरोक्त घोटाले में जिस चेक का प्रयोग हुवा है उसमे तहसीलदार के हस्ताक्षर फर्जी है। इस जांच के बाद अधिकारियो ने सम्बंधित अपराध संख्या 280/2016 अंतर्गत धारा 419, 420, 467, 468, 471,409/120-बी दिनांक 7 फ़रवरी 2016 को पंजीकृत करवाया जिसमे लेखपाल मनिया को ही नामज़द करते हुवे 8 अन्य के खिलाफ मुकदमा पंजिकृत हवा, शासन ने एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी बना कर जांच शुरू करवा दी है। आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर है।
आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु ग्रामीणों ने आज डीएम को ज्ञापन दिया। जिलाधिकारी की व्यस्तता के वजह से उप जिलाधिकारी ने ज्ञापन ग्रहण किया है। ज्ञापन देने वालो में मुख्य सी. पी.राय,नारायण दास अग्रवाल,जावेद अहमद खान एडवोकेट, सिबगतुल्ला अंसारी विधायक, पशुपति नाथ राय,वीरेंद्र राय,पूर्व प्रमुख चंदा यादव व अधिवक्ता पप्पू यादव (सभासद) उपस्थित थे