जयपुर। अब्दुल रज़्ज़ाक। इसको हौसलो की उड़ान से ज़्यादा और क्या कह सकते है कि जिस समय में गर्भवती स्त्री कम से कम चलने का प्रयास करती है वैसे समय में एक स्त्री जो 8 माह की गर्भवती थी ने 16 किलोमीटर की दौड़ लगाया और सिर्फ दौड़ी ही नहीं बल्कि बेहतरीन परफार्मेंस करते हुवे इस दौड़ कक पूरा किया।
हुवा कुछ यु कि बीकानेर में आठ माह की गर्भवती महिला ने अपनी और बच्चे की जान ख़तरे में डाल 16 किलोमीटर की दौड़ लगाई। महिला के लिए ये दौड़ मुश्किल तो थी लेकिन फिर भी 3 घंटे 35 मिनट में पूरी कर ली।
दरअसल महिला ने वनपाल की शारीरिक दक्षता के लिए 16 किलोमीटर की दौड़ लगाई। वन विभाग के अधिकारियों ने लिखित परीक्षा पास करने वाली विजयश्री विश्नोई को दौड़ में हिस्सा लेने से रोका भी था, लेकिन महिला ने चिकित्सक से स्वास्थ्य प्रमाण पत्र लाकर अधिकारियों को दे दिया और दौड़ में हिस्सा लेने की इजाज़त मांगी। इससे भी बात नहीं बनी तो ख़ुद लिख कर दे दिया वो अपनी इच्छा से इस दौड़ में हिस्सा ले रही है। विजयश्री ने हौसले को उम्मीदों के पंख लगाए और रेस पकड़ ली। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्व विद्यालय परिसर में लगी दौड़ को पूरे 3 घंटे 35 मिनट में आठ माह की गर्भवती विजयश्री विश्नोई ने पूरा कर लिया।
विश्नोई ने बताया कि उनके पति ने भी दौड़ में हिस्सा लेने से रोका था, लेकिन कुछ अलग करने की इच्छा से उन्होंने दौड़ लगाना ज़रूरी समझा। उपवन सरंक्षक मनाली सैन ने बताया कि 1 से 3 मार्च तक आयोजित वनपाल और वन रक्षक परीक्षा में वनपाल के लिए 154 पुरुष, 126 महिला अभ्यर्थी और वन रक्षक के लिए 36 महिला अभर्थियों ने शारीरिक दक्षता व पैदल चाल परीक्षा में भाग लिया है।व्VCC