मथुरा। रवि पाल। आये दिन जनपद में आरटीओ विभाग किसी न किसी बात को लेकर सुर्ख़ियो में बना रहता है।
दफ्तर के आस- पास प्राइवेट दलाल सक्रिय रहते हैं। जो दफ्तर के अधिकारियों की मिलीभगत से लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस बनवाते हैं। थोड़े से लोभ के लिए ये दलाल फर्जी तरीके से लाइसेंस बनवाने में भी माहिर हैं।
थाना गोवर्धन क्षेत्र अंतर्गत कस्बा गोवर्धन निवासी महेश नाम के एक व्यक्ति का भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। महेश के अनुसार, कुछ दिन पहले महेश ने अपने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ ऑफिस में आवेदन किया था। व्यक्ति द्वारा ऑफिस की सभी कागज़ी औपचारिकताएँ पूरी की गयीं। जब व्यक्ति का ड्राइविंग लाइसेंस आया तो वह देखकर दंग रह गया। लाइसेंस में महेश के निवास स्थान पर गोवर्धन की जगह मगोर्रा,मथुरा कर दिया गया है। अब पीड़ित महेश अपने लाइसेंस के निवास को बदलवाने के लिए रोज आरटीओ कार्यालय के चक्कर काट रहा है। पीड़ित ने बताया की जब वह इस गलती को सही कराने के सन्दर्भ में ऑफिस के किसी व्यक्ति से बात करता है, तो पीड़ित से 1500 रु० माँगे जा रहे हैं। आरटीओ कार्यालय की इस लापरवाही व भ्रष्ट माहौल से तंग आकर पीड़ित युवक अब कोर्ट की शरण लेने को मजबूर हो गया। जल्द ही युवक मामले को लेकर कोर्ट की शरण लेगा।