जूनागढ़। इद्रीस मेमन। गुजरात में बॉलीवुड फिल्म ‘डॉली की डोली’ की तरह का एक मामला सामने आया है, जिसमें एक गिरोह कुंवारे लड़कों को निशाना बनाकर लड़कियों से उनकी शादी करवाता और फिर नकली दुल्हन कुछ समय बाद चंपत हो जाती। कभी-कभी तो ये लड़की दो-तीन महीने तक ससुराल में ही रहती और इसके बाद दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाकर समझौते के नाम पर ससुराल से पैसा वसूलती।
हाल ही में तोरणिया गांव के रहने वाले संजय रैयाणी द्वारा दर्ज शिकायत के बाद मामले का खुलासा हुआ। संजय की शादी पिछले साल 20 दिसंबर को सेजल कुंवरिया नाम की लड़की से हुई थी। शादी के बाद सेजल ने यह कहकर सुहागरात मनाने से मना कर दिया कि वह ब्रह्मचर्य व्रत पर है। करीब 8 दिनों तक घर पर रहने के बाद सेजल गहने-जेवरात लेकर अपने मायके चली गई, फिर वापस नहीं लौटी। इतना ही नहीं, उसने ससुराल वालों के खिलाफ दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज करवाने की धमकी दी।
संजय ने महेसाणा पुलिस थाने से लेकर गृह सचिव गांधीनगर तक मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ। महेसाणा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गैंग का शिकार बने लड़कों की संख्या करीब 25 हो सकती है। गुजरात पुलिस ने इस मामले की गहराई से पड़ताल शुरू की, जिसके बाद पता चला कि यह कुंवारे लड़कों को फंसाने वाले गिरोह का काम है।
सौराष्ट्र से लेकर उत्तर गुजरात तक इस तरह के ठगी के मामलों का पता चला है। यह भी जानकारी मिली है कि गैंग के सदस्य जूनागढ़ के दौलपुरा गांव के रहने वाले हैं। परिवार में दो सगी बहने हैं, जिनकी मदद से उसकी मां-पिता, भाई और अन्य सदस्य कुंवारे लड़कों को अपने जाल में फंसाया करते थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है