आगरा। शीतल सिंह। ताजमहल का ‘दीदार’ 50 साल में 20 पैसे से बढ़कर 1250 रुपये तक महंगा हो जाएगा। सन 1966 में ताजमहल के दीदार के लिए पहली बार 20 पैसे का टिकट लगाया गया था।
एक अप्रैल से प्रस्तावित वृद्धि भारतीय पर्यटकों को 20 की जगह 40 रुपये और विदेशियों को 750 की जगह 1250 रुपये खर्च करने होंगे। स्मारकों पर भारतीय और विदेशी का फर्कभी 16 साल पहले एक जनवरी 2000 से किया गया।
1976 में एडीए ने लगाया पथकर
ताजमहल पर 20 पैसे से शुरू हुई टिकट 1969 में 50 पैसे कर दी गई। इसके बाद 1976 में एडीए ने ताज का सोने का अंडा देने वाली मुर्गी मानते हुए 1.50 रुपये का पथकर लगा दिया। तब ताज का टिकट दो रुपये का हो गया। 1993 में एडीए ने नया प्रयोग किया और सुबह 6 से 8 तथा शाम को 5 से 7 बजे के बीच 100 रुपये का टिकट लगाया गया।
ताजमहल सहित अन्य स्मारकों पर टिकट
वर्ष एएसआई एडीए कुल फीस
1966 20 पैसे – 20 पैसे
1969 50 पैसे – 50 पैसे
1976 50 पैसे 1.50 2 रुपये
1993 सुबह 6-8 तथा शाम को 5-7 तक ताज की 100 रुपये टिकट दर
20-10-95 50 पैसे 10 10.50 रुपये
1996 5 रुपये 10 15 रुपये
1-1-2000
देशी 5 रुपये 10 15 रुपये
विदेशी 5 500 505 रुपये
28-10-2000
देशी 10 10 20 रुपये
विदेशी 470 500 970 रुपये
2001
विदेशी 250 500 750 रुपये
देशी 10 10 20 रुपये
1.4.16 प्रस्तावित
विदेशी 750 500 1250 रुपये
भारतीय 30 10 40 रुपये