अब तो बाजार में नजर दोष से बचने के लिए लॉकेट और ब्रेसलेट भी मिलने लगे हैं। अगर आप इन्हें खरीदते हैं तो इसके लिए आपको अपनी जेब ढ़ीली करनी पड़ती है।
दूसरी बात यह भी है कि इन्हें पहनने से लोग आपको अंधविश्वासी समझने लगते हैं। ऐसे में आप चाहें तो बिना पैसा खर्च किए और दूसरों की नजर में आधुनिक सोच रखने वाले व्यक्ति बने रह कर भी नजर दोष का उपाय कर सकते हैं। इसके लिए लाल किताब में कई आसान उपाय बताए गए हैं।
सबसे बड़ी बात यह है कि नजर दोष या नकारात्मक उर्जा का संचार किसी भी व्यक्ति से किसी के अंदर हो सकती है यह जरुरी नहीं कि आपका शत्रु या विरोधी ही आपको नजर लगा सकता है।
वास्तव में हर व्यक्ति के अंदर नकारात्मक उर्जा और सकारात्मक उर्जा का संचार होता रहता है। कभी-कभी नकारात्मक उर्जा प्रभावशाली हो जाता है जिससे दूसरा व्यक्ति प्रभावित हो जाता है। यह उसी प्रकार है जैसे आप किसी को आशीर्वाद देते हैं तो आपकी सकारात्मक उर्जा दूसरे व्यक्ति को प्रभावित करती है।
किसी की क्रूर एवं बुरी दृष्टि पड़ जाने से जब बने हुए काम बिगड़ने लग जाएं या फिर सेहत पर बुरा असर आने लगे, तो लोग अक्सर कहते हैं कि यह बुरी नजर का असर है। बताई गई बात में मेरे द्वारा किसी के भी चरित्र पर आघात लगाने जैसा विचार पेश नहीं किया गया है, बल्कि यहां मैं यह बताना चाहता हूं कि ना चाहते हुए भी किसी की नजर दूसरे व्यक्ति या फिर यहां तक कि वस्तु पर भी असर करती है।
कुछ भी अच्छा करने का मन नहीं करता। कई बार क्रोध की भावना भी नजर दोष के कारण ही आती है। लोग कहते हैं कि नजर दोष का असर इतना तेज भी हो सकता है कि हम बीमार पड़ सकते हैं। नजर लगने के कारण व्यक्ति को बुखार हो जाने जैसी बात आमतौर पर सुनी गई है। बुरी नजर से हुई बीमारी पर कई बार दवाइयों का असर भी नहीं हो पाता।
इसके लिए किसी भी शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी की पूजा करें और हनुमान जी के कंधे पर लगा सिंदूर का तिलक करें।
अगर नजर दोष से प्रभावित व्यक्ति मंदिर नहीं जाता पाता है तो कोई भी व्यक्ति हनुमान जी के कंधे पर लगा संदूर लाकर पीडित व्यक्ति को लगाए तो इससे भी लाभ मिलता है।
इसलिए नजर दोष से प्रभावित होने पर जिस व्यक्ति को नजर लगी हो उसके ऊपर नमक, काली सरसों, लहसुन, प्याज के सूखे छिलके और लाल मिर्च को आग में डालकर उस आग को सात बार घुमाएं।
यह उपाय अगर रविवार, मंगलवार या शनिवार को किया जाए तो अधिक कारगर होता है।
यह काम शनिवार को करना चाहिए। कुत्ते को दूध पिलाने का कारण यह है कि कुत्ता केतु से प्रभावित माना गया है। कुत्ते को दूध पिलाने से केतु का अनुकूल फल मिलता है।
इस समस्या का उपाय करने के लिए काले कपड़े में एक नारियल लपेटकर घर के मुख्य द्वार पर लटका दें।
आप चाहें तो कौड़ी को काले धागे में बांधकर दरवाजे पर लटका सकते हैं। यह भी कारगर उपाय माना गया है।
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