आजमगढ़। मुहम्मद अकरम। सूखे और मौसम की मार झेल रहे पूरे देश के किसानो का हाल किसी से छुपा नहीं है ।किसान रात दिन मेहनत करके खेतों में अनाज उगाते हैं ।पर कभी उन्हें सही समय पे बिजली नहीं मिलती या सरकार द्वारा चलायी गयी योजनाओं का ज़मीनी स्तर पर क्रियान्वन नहीं हो पाता और अगर किसी प्रकार फसल हो गयी तो किसानो को सही मूल्य नहीं मिल पता उनके अनाज का ।बिचौलिए उनके मेहनत का सारा लाभ लेकर निकल जाता है।इन सब बातों से आहत होकर किसान सभा ने प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ दिया है।
ग़ाज़ीपुर से 11 अप्रैल से निकली ये रथ यात्रा 20 मई को जाकर लखनऊ में समाप्त होगी।किसान सभा का नेतृत्व पूर्व सांसद विश्वनाथ शास्त्री पूर्व विधायक जय राम सिंह ‘विजय राजभर’रामकुमार भारती’अर्चना उपाध्याय ने अपने आज़मगढ़ के पड़ाव में अपना वक्तव्य भी रखा।उन्होंने बताया कि किसान और किसानो की बात करने वाली मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।अभी तक 70% किसानो को उत्तर प्रदेश में कोई मुआवजा नहीं मिला सब हवाबाजी हो रहा है।और किसान आत्महत्या करने पर विवश हो रहा है।अर्चना उपाध्याय ने अपने भाषण में कहा कि जो भी सरकार केंद्र में या राज्य में बनती है वो किसान हितैषी बताते हैं अपने आपको को और होता उसका उल्टा है।उन्होंने प्रदेश के सारे किसानो को संगठित होने का आह्वाहन किया ।किसान सभा के अध्यक्ष इम्तियाज़ बेग ने आजमगढ़ में बताया की हम पूरे प्रदेश में अपनी जनजागरण यात्रा के माध्यम से सभी किसानो को एक होने का आग्रह किया है और चेतावनी दिया है कि अगर हमारी समसयाओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम लखनऊ में 20 मई को राज्य सरकार को बता देंगे की अब और अनदेखी नहीं चलेगी।