वो सब वात बिगड़ने के कारण होते हैं। हमारे हाथ की कलाई मे ये वात-पित्त और कफ की तीन नाड़ियाँ होती हैं। भारत मे ऐसे ऐसे नाड़ी विशेषज्ञ रहे हैं जो आपकी नाड़ी पकड़ कर ये बता दिया करते थे कि आपने एक सप्ताह पहले क्या खाया एक दिन पहले क्या खाया -दो पहले क्या खाया, और नाड़ी पकड़ कर ही बता देते थे कि आपको क्या रोग है। आजकल ऐसी बहुत ही कम मिलते हैं।
तो फिलहाल आप इतना जान लीजिये ! कफ और पित्त लगभग एक जैसे होते हैं। आम भाषा मे नाक से निकलने वाली बलगम को कफ कहते हैं। कफ थोड़ा गाढ़ा और चिपचिपा होता है। मुंह मे से निकलने वाली बलगम को पित्त कहते हैं। ये कम चिपचिपा और द्रव्य जैसा होता है, और शरीर से निकले वाली वायु को वात कहते हैं। ये अदृश्य होती है। कई बार पेट मे गैस बनने के कारण सिर दर्द होता है तो इसे आप कफ का रोग नहीं कहेंगे इसे पित्त का रोग कहेंगे। क्यूंकि पित्त बिगड़ने से गैस हो रही है और सिर दर्द हो रहा है।
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