जयपुर। अब्दुल रज़्ज़ाक। कहते है ना इंसान से अच्छा बेजुबान जानवर होता है-मगर एक बेजुबान जानवर को खाने व पीने के लिये किसको बोलना पड़ेगा ,ये तो मजबूर है इंसान फ़िर अपने को या परिवार की मदद से अपना व अपनो का ख्याल रखता है। मगर जब इन्सान ही बेजुबान जानवर का दर्द ना समझे तो इंसानियत कहाँ रह जाती है। कूछ ऐसा ही वाक्या देखने को मिला, जब काँग्रेस के पार्षद हिंगोनिया गौशाला पहुँचे शुक्रवार को हिंगोनिया गौशाला मे हो रहे घोटले का निरीक्षण करने पहुँचे कांग्रेसी पार्षदों के होश उड़ गये।
वार्ड 35पार्षद कमल वाल्मीकि ने बताया की कमल वाल्मीकि ,लक्ष्मणदास मोरनी ,मुकेश छापोंला ,मोहन मीणा ,सुमन गुर्जर ,विनय थोपर ,सांगानेर युवा काँग्रेस उपाध्यक्ष ,रमेश बेरवा ,सुरेश गुर्जर ,मुकेश गुर्जर ,अंजना जेन ,ने गौशाला का मुआयना किया। तो पता चला कि 2 महीने से वेतन नही मिलने से कर्मचारियों ने हड़ताल कर रखी है। गौशाला कि हालात बहूत ही दयनीय हो रही है। गाये मरी पड़ी मिली ,जिनके शवों को कुत्तों ने नोच लिया ,मिट्टी व गोबर से मिला हूआ चारा मिला ,सफाई कि कोई सुध नही लेने से गन्दगी ही गन्दगी चारो तरफ़ देखने को मिली ,मौके पर डॉक्टरों का ना मिलना ,गायों का समय पर उपचार का ना होना ये एक लापरवाही है। डॉक्टर व देखभाल कर रहे कर्मचारीयों कि अनदेखी से अब तक काफी गायों को मौत का मुँह देखना पड़ रहा है,गौशाला उपायुक्त को बुलाने पर भी मौके पर नही पहुँचे ,और मौके पर पहुँचे चेयरमैन देवल सिंह व स्टाफ से जवाब नही बन पाया ,कांग्रेसी पार्षदों ने निरीक्षण कर अव्यवस्थाओं को देखते हुये महापौर व निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर के अपनी नाराजगी जाहिर की,और जल्दी ही व्यवस्थाओं को सुधारने की चेतावनी दी ,व ठेकेदार को कर्मचारियों का भुगतान जल्द करने कॊ कहा।
गौशाला पहुँचे कांग्रेसी पार्षद कमल ने बताया की गौशाला के कर्मचारियों से पता चला है कि निगम के मुखिया कूछ ही समय पूर्व ही गौशाला से गये है। केवल 10 मिनट के लिये आये थे। समिति चेयरमैन भगवत देवल सिंह से बात की और चले गये ,कांग्रेसी पार्षदों ने कहा की इससे गायों के प्रति निगम प्रशासन का रवेया साफ तौर से दिखाई देता है। पार्षद कमल वाल्मीकि ने नगर निगम का घेराव करने की चेतावनी देते हुवे कहाकि बार बार सूचित करने पर भी निगम प्रशासन व महापौर गौशाला की व्यवस्थाओं पर ध्यान नही दे रहे है। इससे इनकी बंदरबांट की साजिश का पता चलता है। रोज़ लगभग 30-35गाये मर रही है। ये चिंता का विषय है, यदि व्यवस्थाओं मे जल्द सुधार नही हुआ तो नगर निगम जयपुर का घेराव किया जायेगा।