गाजियाबाद। आशीष वाल्डेन। लोनी इलाके में एक युवक ने 10 हजार के कर्ज की वसूली को लेकर जान दे दी। आत्महत्या से पहले लिखे सुसाइड लेटर में युवक ने अपने उप्पर हुए जुल्म की कहानी बयां की है । पुलिस ने सुसाइड लेटर और परिजनों की शिकायत पर 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
रोज रोज नहीं मरा जाता
ये है उस खत का मजमून जो विक्की ने देर रात लिखा और फिर तमंचे से खुद को गोली मारकर जान दे दी। दरअसल गाजियाबाद के लोनी के अमित विहार कॉलोनी में कर्ज से परेशान युवक ने देर रात खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। घटना के समय वह घर में अकेला था। परिजनों ने मकान का दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। पुलिस के मुताबिक विक्की ने 10 हजार का कर्ज लिया था जिसके बदले वो ज्यादा रकम दे चूका था, लेकिन सूदखोर उसे लगातार और पैसे देने के लिये दवाब बना रहे थे। सूदखोरों के आतंक से बचने के लिए विक्की ने 20 हजार रिश्वत देकर लोन भी करवाने की कोशिश की थी।
मूल रूप से पुरबालियान जिला शामली के रहने वाले 34 साल के टैक्सी चालक विक्की पिछले कई वर्षों से लोनी के अमित विहार कॉलोनी में परिवार के साथ रहते थे। रात करीब साढे नौ बजे उसने 315 बोर के तमंचे से खुद को सीने से सटाकर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। गोली की आवाज सुन और गेट से खून बाहर निकलता देखकर पड़ोसियों ने उसके परिवार को सूचना दी। जानकारी मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे। उन्होंने गेट तोड़कर देखा तो विक्की मृत अवस्था में फर्श पर पड़ा हुआ था। परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। साथ ही मौके से 315 बोर का तमंचा और एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। पुलिस का कहना है कि मौके से बरामद सुसाइड नोट में मृतक ने 4 लोगों के नाम लिखे हैं, जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। हालाँकि ये ऐसा पहला मामला नहीं है जिसमें सूदखोरों के आतंक से किसी ने जान दी हो लेकिन बिना लाइसेंस के चल रहे सूदखोर आम-जन के लिये खतरा बने हुए हैं।