ब्यूरो रिपोर्ट आगरा: फल की ठेल लगाने वाले पिता ने दसवीं में पढ़ने वाले बेटे की महंगा मोबाइल दिलाने की मांग ठुकरा दी तो वह लुटेरा बन गया। शनिवार को दोस्त के साथ मिल युवती का मोबाइल लूट लिया। भीड़ के पीछा करने पर हड़बड़ाहट में बाइक पार्क की दीवार से टकरा गई, लोगों ने दोनो को दबोचने के बाद पुलिस को सौंप दिया।
आवास विकास कॉलोनी सेक्टर छह निवासी बलवीर सिंह अपनी बेटी के साथ शनिवार की शाम सात बजे सेंट्रल पार्क रोड पर जा रहे थे। इसी दौरान पीछे से आए बाइक सवार दो लोगों ने बेटी के हाथ से मोबाइल लूट लिया। लुटेरों ने बाइक सेंट्रल पार्क की ओर दौड़ा दी। बलवीर और उनकी बेटी के शोर मचाने पर राहगीरों ने पीछा करके दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ करने पर दसवीं में पढ़ने वाले किशोर ने बताया पिता सब्जी की ठेल लगाते हैं। उसे बिना टच स्क्रीन वाला सस्ता मोबाइल दिला रखा है। पिछले दिनों पिता से महंगा मल्टी मीडिया मोबाइल दिलाने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया। चार अन्य भाई-बहनों की स्कूल की फीस और कापी-किताबों के खर्च का हवाला दिया।
छात्र ने बताया उसके अन्य साथियों पर महंगे मोबाइल हैं। वह भी खरीदना चाहता था। पिता ने मना कर दिया, इस पर अपने यहां रहने वाले किराएदार के बेटे के साथ मिलकर मोबाइल लूटने की साजिश रच डाली। जानकारी होने पर दोनों किशोरों के पिता जगदीशपुरा थाने पहुंच गए। एसएसआइ अरुण कुमार सिंह ने बताया दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
भीड़ मार देती तो भी अफसोस न होता
थाने में पिता ने छात्र को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उससे नाता तोड़ने तक की कह दिया। पिता का कहना था कि बेटे ने उनको मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा, भीड़ यदि मौके पर ही उसे मार देती तो भी उन्हें अफसोस नहीं होता। छात्र के पिता ने बताया वह बच्चों को किसी तरह अपने खर्च सीमित कर पढ़ा रहे हैं। जिससे कि वह पढ़ लिखकर कुछ बन सकें। वहीं दूसरे किशोर के पिता भी फैक्ट्री श्रमिक हैं वह एक माह से बीमारी के चलते काम पर नहीं जा रहे हैं।