उससे बसपा सुप्रीमो काफी प्रभावित थीं। सन 2012 के विधानसभा चुनाव मे भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस सभी ने भूमिहार प्रत्याशियों को लड़ाया था। सपा को छोड़कर भाजपा और कांग्रेस का बड़ा दयनीय प्रदर्शन देखने को मिला। जबकि विनोद राय ने 50 हजार से उपर मत प्राप्त किया था। 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने अपने मजबूत प्रत्याशी राजेश राय का टिकट काटकर बैकवर्ड कार्ड खेलते हुए पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों का अभी दूर-दूर तक कोई पता नही है। बसपा ने 24 अप्रैल को एक विशाल जनसभा का आयोजन करके विनोद राय को अपना प्रत्याशी घोषित करने की रणनीति बनायी है। इसी क्रम में बुद्धवार को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं की मुहम्मदाबाद में एक बैठक हुई।
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