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आज़मगढ़ में फिर भड़की हिंसा जमकर हुयी तोड़फोड़

आजमगढ़। जावेद अहमद लड्डू। धार्मिक भावना आहत करने को लेकर मुबारकपुर कस्बे में लोग भड़क गये। लोगों ने दुकान में घुसकर तोड़फोड़ की बल्कि उसे आग के हवाले करने का प्रयास किया। इसके बाद उपद्रवियों ने एक बाइक भी तोड़ डाली। समय रहते पुलिस मौके पर पहुंच गयी और लाठी चार्ज कर किसी तरह भीड़ को तितर बितर किया। लेकिन थोड़ी देर बाद लोग फिर इकट्ठा होकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद दूसरे समुदाय के लोगों का भी गुस्सा बढ़ने लगा। बहरहाल पूरे कस्बे में पुलिस और पीएसी के जवान तैनात कर दिये गये है। वहीं अलीनगर में भी उपद्रवियों ने एक कार पर हमला कर दिया और महिला के साथ बदसलूकी की। कस्बे में अघोषित कर्फ्यू की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। पुलिस कप्तान दयानन्द मिश्र, एडीएम प्रशासन आशुतोष द्विवेदी, तहसीलदार मधुसुदन आर्य मौके पर डटे हुए है।
कस्बे का एक युवक शाम करीब चार बजे कटरा मुहल्ला निवासी श्रीराम पुत्र हीरा साव दुकान पर पहुंचा। वहां उसने कागज की प्लेट खरीदा। जब उसने प्लेट खोलकर देखी तो उसमें कुरान की आयतें लियी थी। उक्त युवक ने इसे धार्मिक पुस्तक का अपमान बताते हुए शोर मचाकर आसपास के लोगों को इकट्ठा कर लिया। थोड़ी ही देर में यह बात पूरे कस्बे में आग की तरह फैल गयी। हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग मौके पर पहुंच गये और नारेबाजी शुरू कर दिये। । इसी बीच किसी ने पुलिस को घटना की जानकारी दे दी। चौकी इंचार्ज दिनेश पाठक, उपनिरीक्षक राजीव यादव, विरेन्द्र सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन बेकाबू भीड़ को नियंत्रित नहीं कर सके।
पुलिस ने जब दुकानदार से बात की तो उसने बताया कि वह नगरपालिका के पास स्थित राकेश जायसवाल पुत्र फकीरचन्द के यहां से थोक में माल खरीदता है। जब यह बात मुस्लिम समुदाय के लोगों को पता चली तो सीधे राकेश की दुकान पर पहुंच गये और शाम करीब छह बजे दुकान को जलाने का प्रयास किया। लेकिन तब तक जीयनपुर, सिधारी, जहानागंज सहित पांच थानों की फोर्स पीएसी के साथ एसपी दयानंद मिश्र, अपर जिलाधिकारी प्रशासन आशुतोश द्विवेदी पहुंच चुके थे। पुलिस के हल्का सा बल प्रयोग के बाद भीड़ तितर-बितर हो गयी। इसी बीच करीब सात बजे कुछ युवक अलीनगर स्थित लेखपाल भागवत श्रीवास्तव के घर पर हमला कर उनकी बाइक क्षतिग्रस्त कर दिये साथ ही वहां स्थित पवन की चाय की दुकान जबरदस्ती बंद करा दी। साथ ही कुछ लोगों ने राकेश की दुकान में घुसकर तोड़फोड शुरू कर दिया। पीएसी द्वारा बल प्रयोग करने के बाद वे भाग खड़े हुए। कस्बे में चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गयी। वहीं दूसरी तरफ दोनों व्यवसायियों को पुलिस थाने ले आई।
पूछताछ में राकेश जायसवाल ने बताया कि वह वाराणसी के विशेश्वरगंज मुहल्ला निवासी व्यवासयी रामजी गुप्ता के यहां से माल मंगाता है। पुलिस ने लोगों को यह समझाने का प्रयास कर रही है कि इसमें व्यवसायी की कोई गलती नहीं हैं लेकिन लोग मानने के लिए तैयार नहीं है। अहम बता है कि पुलिस कार्रवाई के लिए तैयार भी हो गयी लेकिन कोई तहरीर भी देने के लिए तैयार नहीं है। कस्बे का माहौल काफी खराब है। अब मुस्लिम युवकों का गुस्सा व्यवसायियों से अधिक पुलिस के प्रति हैं वे लगातार लाठी चार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है
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  • ये एक दिमागी दिवालियापन का सूचक है और कुछ नही।

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