- नालागढ़ खुद ही बीमार है
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डाक्टरों की कुर्सियां खाली ट्रामा सेंटर खोलने की मांग
औद्योगिक क्षेत्र बद्दी,बरोटीवाला नालागढ़ का एक मात्र अस्पताल लोगों की सुबिधा के लिय सरकार ने खोल रखा है ये अस्पताल हमेशा की सुर्ख़ियों में रहा है नालागढ़ अस्तपाल के ऊपर दो बिधान सभा क्षेत्र के लोग इलाज करवाने के लिए लोग आते है पर समय पर डॉक्टर न मिलने का कारण निजी अस्पतालों में लोगों को अपना इलाज करवाना पड़ता है लंच के बाद तो इका दुका डॉक्टर ही नजर आते है जिसकी बजह से लोग परेशान होते है
लोगों का आरोप है की चंडीगढ़ नजदीक पड़ने के कारण अधिकतर डाक्टरों अपनी रिहायश चंडीगढ़ में रखी होने के कारण समय पर नहीं पहुँचते है
अस्तपालके टॉयलटो के दरवाजे टूटे हुए है जिस कारण मरीजों को काफी परेसानी झेल रहे है
बार्डो के अंदर भी मरीजों के साथ एक ही बिस्टरो पर तमिरदार बैठे रहते है
नालागढ़ विकास मंच के अध्यक्ष नरेश घई ने कहा की नालागढ़ अस्प्ताल में कोई भी हड्डी विशषज्ञ और डॉकटरो की कमी के कारण नालागढ़ अस्पताल की स्थिति दयनीय हो रही है !हालाँकि सरकार ने कागजों में 100 बैड का दर्जा रखा है !परन्तु यहां पर 100 बैड के मुताबिक कम से काम 25 डॉकटर होने चाहिए पर्याप्त कर्मचारी न होने के कारण नालागढ़ अस्पताल की स्थिति दयनीय हो रही है
स्वास्थ्य मंत्री हिमाचल से सबधित हुए से नालागढ़ के लोगों को ट्रामा सेंटर बनाने की घोषणा हुई थी !परन्तु अभी तक उसकी और कोई ध्यान नहीं दिया गया आशा थी !