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अपने ही नवजात पुत्र की हत्यारिन माँ भेजी गयी जेल

झज्जर। चार दिन पूर्व अपने ही पेट से जन्म लेने वाले नवजात को छठी की रात पानी की टंकी में डुबो कर मारने वाली महिला को अदालत ने चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। हांलाकि मजिस्ट्रेट के सामने पेश करते समय आरोपी महिला के चेहरे पर घटना को लेकर दुख तो काफी दिखाई दिया। बाद में आरोपी महिला मजिस्ट्रेट के सामने भी फफक-फफक कर रोई भी,जिससे ऐसा लग रहा था कि उसे इस ह्रदयविदारक घटना के प्रति काफी पछतावा है लेकिन माननीय मजिस्ट्रेट ने आरोपी महिला से बिना कोई सवाल किए उसे चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

उधर, घटना के प्रति आरोपी महिला का ससुराल पक्ष काफी सदमे में दिखाई दिया। आरोपी महिला की सास बिमला व पति नरेश घटना को लेकर काफी दुखी दिखाई दिए। दोनों ने यह तो माना कि कोमल ने जिस तरह से अपनी ही कोख से जन्मे बच्चे को अपने ह्रदय पर पत्थर रख कर पानी में डुबोकर मारा, इस प्रकार की घटना को कोई सौतेली मां ही अंजाम दे सकती है।
साथ ही वह यह भी कहते दिखाई दिए कि यदि कोमल अपने किए पर यदि अब भी गलती स्वीकार कर ले तो उसे परिवार माफ कर देगा। पति नरेश ने कहा कि शादी के बाद से कभी भी कोमल ने ससुराल में रहते हुए इस प्रकार का कोई अपराध नहीं किया कि जिससे यह लगता हो कि वह इस तरह के घिनौने अपराध को अंजाम देने तक भी पहुंच सकती है। लेकिन छठी की रात उसके मन में ऐसा क्या आया कि उसने अपने नवजात को ही अद्र्ध रात्रि के बाद बाथरूम में बनी पानी की टंकी में डुबो दिया। नरेश व उसकी मां बिमला ने इस साजिश में किसी और के शामिल होने की बात से इनकार किया है।
उधर, अदालत में पेश करने से पहले पुलिस के सामने आरोपी महिला कोमल ने अलग-अलग बयान दिए। एक बयान तो यह था कि उसका परिवार काफी गरीब है और वह नहीं चाहती थी कि जब कूंआ पूजन के समय जो छूछक उसके घर से आए वह कर्ज लेकर उसके परिजन उसकी ससुराल भेजे। दूसरा बयान यह भी था कि छठी का जश्र मनाए जाने के बाद जब वह अपने नवजात को दूध पिला रही थी तो उसी दौरान ही उसका दूध उसकी नवजात की सांस में अटक गया। उसीसे भयभीत होकर उसने ऐसा कदम उठाया।
आखिर क्या था मामला
बेरी के गांव गौच्छी में चाद दिनों पूर्व एक परिवार में जन्म लेने वाले नवाजात को छठी का जश्र मनाए जाने के बाद बाथरूम की टंकी में डुबो दिया गया था। अगले दिन सुबह नवजात का शव पानी की टंकी में तैरता हुआ मिला था। उसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि इस नवजात की हत्या के पीछे परिवार का ही कोई सदस्य शामिल है। लेकिन इस बात का अहसास परिवार वालों की तो बात छोड़ स्वयं पुलिस को भी नहीं था कि नवजात को मौत के घाट उतारे जाने के पीछे उसकी मां का भी हाथ हो सकता है। लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो सभी के रोंगटे खड़े हो गए।
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