भोपाल। बिहार में शराबबंदी के बाद मध्यप्रदेश में भी शराब की बिक्री पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है। हालांकि शराब को लेकर शिवराज सराकर के नेताओं से जब सवाल किया गया तो सभी ने ऐसे-ऐसे बयान दिए कि सुनने वाले भी हैरान रह गए।
शराबबंदी किसी कानून से संभव नहीं
एक ओर जहां बिहार में नीतीश सरकार शराबबंदी का कानून ले आई है वहीं मध्यप्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री विजय शाह का मानना है कि शराबबंदी किसी भी कानून से संभव नहीं है। बुरहानपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए विजय शाह ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि शराबबंदी किसी कानून से संभव नहीं है इसके लिए समाज में जनजागृति है जरूरी है, तभी शराब की बिक्री पर रोक लगाई जा सकती है।
शराब के कारण हो रहा है जलसंकट
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने अवैध शराब की बिक्री पर पाबंदी का समर्थन किया। हालांकि इसके पीछे उन्होंने जो वजह दी उसे सुनकर सब हैरान रह गए। प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री पर गृहमंत्री ने ये कहते हुए रोक लगाने की बात कही कि शराब के अधिक उत्पादन की वजह से जलसंकट की स्थिति बनी है। उन्होंने कहा कि शराब दुकान के ठेकदार गांव-गांव में अपना एजेंट छोड़़कर अवैध रूप से शराब बेचते हैं जिसे बंद किया जाना चाहिए।
शराब बंद होगी तो ड्रग्स शुरू हो जाएगी
मध्यप्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने शराब बंदी को लेकर विवादित बयान दिया है। एक हिंदी अखबार के मुताबिक, ग्वालियर जिला योजना समिति की बैठक के बाद शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश कौरव ने वित्तमंत्री को प्रदेश में शराब बंदी की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा था।
ज्ञापन देखने के बाद वित्तमंत्री मलैया ने कहा कि प्रदेश में अगर शराब बंद कर दी जाएगी तो लोग ड्रग्स का नशा शुरू कर देंगे। उनका ये जवाब सुनकर मौके पर मौजूद सभी लोग हैरान