बेल्थरा रोड(बलिया)। अरविन्द सिंह। ये तस्वीरे जो आप देख रहे है ये बेल्थरा रोड के अंतरगत अवांयां ग्राम की है। जिसे देखने के बाद यही महसूस होता है की ये भवन सदियो पुराना है जिसमे किसी भी प्रकार का कोई प्राणी नहीं रहता होगा।लेकिन ऐसा है नहीं।
आज भी इस खँडहर नुमा भवन में एक कर्मचारी अपनी ड्यूटी बखूबी निभाते है नाम है उनका हरिनाथ। अचानक उनसे हमारी मुलाक़ात इसी भवन में हो गयी। उसके बाद चल पड़ी चर्चा भवन के बारे में। हरिनाथ से बात चित के दौरान ज्ञात हुवा की यंहा पर लगभग दर्जनों क6र्मचारी नियुक्त है लेकिन आना जाना कभी कभी होता है। हमने अगला सवाल किया कि क्या इस भवन के मरम्मत हेतु सरकार वजट पास नहीं करती है? जबाब मिला। करती तो जरूर होगी लेकिन इसके बारे में हमारे आलाधिकारी ही बताएँगे।लेकिन एक सवाल जरूर उठता है की अगर मछली पालन का सरकारी कार्य यहां होता है तो भवन निर्माण हेतु जरूर वजट आता होगा।और आता है तो ये भवन आज खँडहर बनके क्यूं है।एक बात और आपको बताते चले की यह भवन बिलकुल बलिया से नगरा होते हुए बेल्थरा को जाने वाली हाइवे सड़क के बिलकुल किनारे है। जगह बताने का मतलब ये है की क्या जनपद के किसी भी आलाधिकारी की नजर इस भवन पर नहीं पड़ती है?ये सवाल है आम जनता के लिए।
ऐसी जगहों के बारे में सोचने व देखने के बाद यही लगता है की सरकार द्वारा दी गयी सुबिधा जिले में आज बिलकुल विफल है।