उत्तराखंड विधानसभा में दोपहर 12 बजे बहुमत परीक्षण पूरा हो गया। सबसे पहले बीजेपी के विधायक विधानसभा से बाहर आए। इसके बाद कांग्रेस के विधायक की विधानसभा के बाहर आ गए। बहुमत परीक्षण के बाद मतदान के आंकड़ा सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट भेजा जाएगा।
बहुमत परीक्षण के बाद विधानसभा से बाहर आए बीजपी नेताओं की हाव भाव ने ये जाहिर कर दिया की वह यह बाजी हार गए हैं। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बेहद खुशी के साथ विधानसभा से बाहर निकले और सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद किया। वहीं हरीश रावत ने कहा है कि सदन के अंदर जो हुआ वह उस बारे में कुछ नहीं कहेंगे। कल सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सब कुछ सामने आ जाएगा। बहुमत परीक्षण के बाद विधानसभा के बाहर आए भाजपा विधायक गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा ने धन-बल का प्रयोग नहीं किया। अगर भाजपा भी ऐसा करती तो हम सदन के अंदर बहुमत सिद्घ करते।
सूत्रों के मुताबिक, हरीश रावत के पक्ष में 34 वोट पड़े और 28 वोट विपक्ष में पड़ हैं। इसके बाद अब हरीश रावत के पलड़ा भारी हो गया है। इससे पहले सुबह 11 बजे विधानसभा में बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया शुरू हुई। इस दाौरान दो घंटे तक राज्य से राष्ट्रपति शासन हटा रहा। उधर, मायावती ने कहा है कि बहुमत परीक्षण में बसपा के दोनों विधायक कांग्रेस का साथ देगी।
बहुमत परीक्षण को देखते हुए बागी विधायकों के अलावा सारे विधायक विधानसभा पहुंचे। कांग्रेस विधायक रेखा आर्य बीजेपी विधायकों के साथ विधान सभा पहुंची। वहीं बीजेपी विधायक भीमलाल आर्य कांग्रेस विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचे। इससे पहले 10 बजे हुई बीजेपी के विधायकों की बैठक के बाद बहुमत परीक्षण के लिए भाजपा विधायक भी विधानसभा पहुंचे।
बहुमत परीक्षण के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत विधानसभा पहुंच गए थे, इस दौरान उनके साथ मंत्री प्रीतम सिंह और दिनेश अग्रवाल भी मौजूद रहे। विधानसभा के लिए घर से निकलने से पहले हरीश रावत ने नारियल तोड़ा और सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी लिया था। विधानसभा स्पीकर भी विधानसभा पहुंचे थे। वहां पहुंच कर उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। विधानसभा को जीरो जोन घोषित कर दिया गया था।
आपको बता दें कि कांग्रेस के विधायक पिछले कई दिनों से मसूरी के होटलों में थे और बहुमत परीक्षण के लिए आज ही देहरादून पहुंचे थे। फिलहाल जो दलीय स्थिति है, उसके अनुसार स्पीकर और नामित समेत कुल 62 सदस्य सदन में वोटिंग की।