लखनऊ : 27 मई 2016 को अरविंद कुमार सिंह और राजपाल कश्यप को समाजसेवा क्षेत्र से और संजय लाठर को समाजसेवा व साहित्य क्षेत्र के कोटे से एमएलसी बनाया गया है। एमएलसी बनाए जाने की ख़ुशी हर किसी ने अपने अपने तरीके से जाहिर की , मगर ख़ुशी जाहिर करने के चक्कर में नवनिर्वाचित एमएलसी राजपाल कश्यप से एक बड़ी चूक हो गई।
राजपाल कश्यप द्वारा बनवाए गए होर्डिंग में मुख्यमंत्री की जगह ‘मुत्रयमंत्री ‘ छप गया और किसी ने इतनी बड़ी भूल पर गौर नहीं किया और होर्डिंग को लगवा दिया गया। यह होर्डिंग दुबग्गा में लगी हुई है। अब जो एमएलसी मुख्यमंत्री को आभार व्यक्त करने में इतनी लापरवाही दिखा रहा है तो अपनी कुर्सी किस ज़िम्मेदारी से संभालेगा और क्या सतर्कता बरतेगा यह अब थोड़ा संदेहजनक हो गया है। बहरहाल सोशल मीडिया पर यह पोस्टर काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है और उपहास का विषय बना हुआ है।
राजपाल कश्यप भी पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी हैं लेकिन उनके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे थे। यही कारण था कि जब 11 महीने पहले यानी दो जुलाई 2015 को राजपाल कश्यप का नाम एमएलसी की सूची में सरकार ने भेजा था तो राज्यपाल ने वापस कर दिया था। उसके बाद सरकार ने राजपाल के सारे मुकदमे वापस लेकर दोबारा उनका नाम 25 अप्रैल 2016 को भेजा। जिस पर राज्यपाल ने सरकार से स्पष्टीकरण मांगा था। जवाब से संतुष्ट होने के बाद राज्यपाल ने कश्यप के नाम को भी मंजूरी दे दी।