उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी हरकतों को लेकर सुर्खियों में बने रहना बखुबी जानती है, उसे न तो मानवाधिकार का कोई खौफ रह गया है और न ही वर्दी की लाज का उन्हे कोई फिक्र है। फैजाबाद में एक दारोगा के सरेआम महिला को गालियों से नवाजने की खबर के बाद अब सरेआम एक पत्रकार को दारोगा द्वारा धमकी और गाली गलौज करने का प्रकरण सामने आया है। कोतवाली थाना क्षेत्र के गांधी नगर चौकी के इंचार्ज दरोगा संजय शाही पिछले चार साल से इसी चौकी पर तैनात हैं और वाकायदा अपनी कुर्सी पर वे कुडंली मार कर बैठ गये हैं,, चार साल में पांच एसपी जिले में आये और गये लेकिन दारोगा संजय शाही पालिटिकल अप्रोच की वजह से अपनी जगह जमे रहे।
शायद इसी का नतीजा है कि अब वे आम जनता ही नहीं पत्रकार तक को नहीं बख्स रहे। मामला बाटा गली में दो लोगो के बीच रास्ते को लेकर विवाद का है। इस मामले में दोनो पक्षों में कहासुनी हुई तो किसी ने टीवी पत्रकार विवेक गुप्ता को फोन कर दिया। कवरेज के लिये विवेक जैसे ही मौके पर पहुंचे उसके कुछ देर बाद दारोगा संजय शाही भी घटना स्थल पर पहुंच गये। दोनो पक्षों की बात सुनने के बजाये पत्रकार विवेक पर ही टुट पड़े,, पत्रकार को उसकी अवकात दिखाने के साथ साथ धमकी दिया कि जो उखाड़ना है उखाड़ लो। दारोगा ने फोन पर अपने किसी अफसर से बात करते हुये पत्रकार को बोला कि साहब इसे समझा लिजिये वरना यहीं अभी पटक पटक कर मारूंगा। दारोगा ने यहां तक पत्रकार को घुड़की दी कि मै वर्दी पहना हुआ हुं वरना मुझसे बड़ा गुंडा कोई नहीं है,, रिवाल्वर लेकर दौड़ा लुंगा और तुम कुछ कर नहीं पाओगे। भरे समाज में पत्रकार से बदसलुकी करने वाले इस दारोगा की जुबान ने वर्दी की सारी मर्यादा को पार कर दिया।
पीडि़त पत्रकार ने इस मामले की शिकायत एसपी से की और फोन के जरिये एडीजी ला एंड आर्डर से भी कर दिया है। आरोपी दारोगा के खिलाफ कार्यवाही करने की हिम्मत जुटाने की हिमाकत आला अफसर कर पाते हैं या नहीं यह तो आने वाला समय ही बतायेगी लेकिन एक बात तो साफ हो गई है समाज में पुलिस वाले लोगो के साथ किस तरह से व्यवहार करते हैं यह इस वाक्ये में साफ देखने को मिल रहा।