Categories: Crime

बलिया- वाह क्या कुर्सी की ऐठन है कि नायब तहसीलदार ने जड़ा प्रदर्शनकारी महिला को थप्पड़

(अखिलेश सैनी)
बलिया। रसड़ा तहसील पर मंगलवार को तब हंगामा खड़ा हो गया, जब कोटेदार के खिलाफ प्रदर्शनकारी एक महिला को नायब तहसीलदार ने तथाकथित रूप से थप्पर जड़ दिया। फिर कहना ही क्या था? आक्रोशित महिलाएं आरोपित नायाब तहसीलदार के साथ अन्य तहसीलकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गयी। इससे तहसील प्रशासन का हाथ-पांव फूलने लगा। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण कुछ सुनने को तैयार ही नहीं थे। इसके चलते पुलिस के साथ भी प्रदर्शनकारियों की तकझक हो गयी। हालांकि कुछ प्रबुद्धजन के हस्तक्षेप से स्थिति शांत हो गयी। मिली जानकारी के अनुसार चिलकहर ब्लाक क्षेत्र के औंदी के ग्रामीण मंगलवार को भारी संख्या में तहसील पर पहुंचे, जिसमें महिलाओं की संख्या सर्वाधिक थी। ग्रामीणों का आरोप था कि पात्र गृहस्ती के नाम पर कोटेदार द्वारा तीन माह से राशन का वितरण नहीं किया जा रहा है। इसके चलते कार्डधारकों का बुरा हाल है। उनकी एक सुनने को कोई तैयार नहीं है। कोटेदार से कुछ पूछा जाता है तो वह मारपीट पर उतारू हो जाता है। इसी बीच तहसीलकर्मियों के साथ प्रदर्शनकारियों की तकझक हो गयी। आरोप है कि इस दौरान नायब तहसीलदार ने एक महिला को थप्पड़ जड़ दिया। इससे प्रदर्शनकारियों ने आपा खो दिया। तहसील कर्मियों से किसी भी परिस्थिति में निपटने के लिए महिलाएं आगे आ गयी। काफी सूझ-बूझ के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका। इस मौके पर राजेन्द्र प्रसाद, सोनामती देवी, सुनील कुमार, रामप्रवेश, मेराज उर्फ छोटक, विमला देवी, रमावती देवी, आरती देवी, पुष्पा देवी समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
pnn24.in

Recent Posts

शम्भू बॉर्डर पर धरनारत किसान ने सल्फाश खाकर किया आत्महत्या

तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…

10 hours ago

वर्ष 1978 में हुवे संभल दंगे की नए सिरे से होगी अब जांच, जाने क्या हुआ था वर्ष 1978 में और कौन था उस वक्त सरकार में

संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…

13 hours ago