प्लाटून पुल ठेकेदार पुल के सारे नियमों को ताक पर रखकर प्लाटून पुल को समय अवधि समाप्त होने के बाद भी चला रहे है क्षेत्रीय ग्रामीणों को किसी बडे हादसे का अंदेशा है सन 2011 में पुल की समय अवधि समाप्त होने के बाद भी ठेकेदारों द्वारा चलाया गया था जिस पर चम्बल में अचानक बाढ आने से पुल के परखच्चे उड गये जिसमें कुछ की जाने भी गयी थी। और प्लाटून पुल बहकर इटावा के चकर नगर पहुचा था जिसमे लोक निर्माण विभाग का लाखों रूपये का नुकसान हुआ था। इसके बाद भी प्रशासन और पुल ठेकेदार नही सुधरे वहीं प्रशासन किसी बडे हादसे के इंतजार में है। अगर जर्जर प्लाटून पुल से कोई बडा हादसा होता है तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। इसी संदर्भ में उपजिलाधिकारी बाह बीके सिंह का कहना है कि हम लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात करेगे और नदी से पुल को हटाया जायेगा। पुल नही हटने पर ठेकेदारों के खिलाक कार्यवाही की जायेगी।
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