लखनऊ। (तारिक आज़मी)। उत्तर प्रदेश की राजनैतिक उथ ल पुथल आज भी बरक़रार रही। कल जिस प्रकार होगा नहीं होगा कि असमंजस्यक की स्थिती के बाद आखिर कौमी एकता दल का विलय सपा में हुवा और फिर शाम तक एक मंत्री को अपना पद गवाना पड़ा ठीक उसी प्रकार आज बसपा में उथल पुथल मच गई जब स्वामी प्रसाद मौर्या ने पार्टी की सुप्रीमो सुश्री मायावती पर गंभीर आरोप लगाते हुवे पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में मायावती को दौलत की बेटी की उपाधि देते हुवे कहा कि वह टिकट के लिए पैसे लेती है। इस प्रकरण के बाद जहा भाजपा एक ओर 8% मौर्या वोट के लिए अपनी नज़रे गड़ाये हुवे है वही राजनैतिक सुगबुगाहट बता रही है कि 27 जून को होने वाले शपथग्रहण समारोह में स्वामी प्रसाद मौर्या भी मंत्रीपद की शपथ ले सकते है।
दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस की।
बसपा सुप्रीमो का बयान, ‘पार्टी खुद निकालने वाली थी’: उत्तर प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा दे दिया है।जिसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस की।उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे पर कहा कि, “बसपा पार्टी उन्हें निकालने ही वाली थी”।उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य पर परिवारवादी नेता होने का आरोप भी लगाया।उन्होंने कहा कि, “बसपा परिवारवाद को बढ़ावा देनी वाली पार्टी नहीं है”।स्वामी प्रसाद के पार्टी छोड़ने पर उन्होंने ये उनका उपकार बताया।बसपा सुप्रीमो ने उनपर मुलायम का पुराना साथी होने का भी आरोप लगाया।मायावती ने स्वामी प्रसाद मौर्य को पुराना दल बदलू बताया।स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी छोड़ने के कारण पर उन्होंने कहा कि, उनके लड़के और लड़की को टिकट नहीं दिया गया इसलिए पार्टी छोड़ी है।उन्होंने कहा कि, “कांशीराम ने कभी परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दिया, इसलिए मैं भी नहीं दूंगी”।टिकट बेचने के आरोप पर उन्होंने कहा कि, “उन्हें पार्टी ने इतनी बार टिकट दिया है, स्वामी प्रसाद मौर्य बताएं कितना पैसा दिया”।उन्होंने कहा कि, पार्टी छोड़ने के बाद लोग दौलत की बेटी कहते हैं।