ग़ाज़ीपुर।
✍ मोहम्मद इसराफिल अंसारी
लखनऊ:। हाल ही में कौमी एकता दल के सपा में विलय होने के बाद से माना जा रहा था कि सीएम अखिलेश यादव इस बात से नाराज हैं और सपा के अंदर कोई अंदरूनी कलह चल रही है। लेकिन गुरुवार को हुई कैबिनेट मीटिंग के बाद सीएम अखिलेश यादव ने कौमी एकता दल के सपा में विलय होने की बात पर और मुख्तार अंसारी के नाम पर ढिले तेवर दिखाए।
सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि मै किसी से नाराज नहीं हूं, बल्कि पार्टी जो फैसला करेगी वो सभी के लिए मान्य होगा। साथ ही सीएम ने कहा कि मुख्तार अंसारी को लेकर हुआ था वो हमारा अंदरूनी मामला था।
सीएम अखिलेश ने इस दौरान बड़े ही मजाकिया अंदाज में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अब मुख्तार की बात को छोड़ कर स्वामी की बात की जाए और रही बात मुख्तार अंसारी की एंट्री की तो मुलायम सिंह यादव ने मुख्तार को पहले ही पार्टी में एंट्री करा दी थी।
वहीं सीएम अखिलेश यादव ने हाल ही में बीएसपी से निकाले गए स्वामी प्रसाद मौर्य के नाम पर भी नरमी दिखाते हुए ये संकते दिए कि उनको सपा में लाया जा सकता है। सीएम ने कहा कि मौर्य एक बहुत अच्छे इंसान हैं और वो अभी तक गलत पार्टी में मौजूद थे, यूपी का चुनाव बहुत बड़ा चुनाव है और देश का चुनाव है।