आगरा। शीतल सिंह “माया”। तापमान 45 डिग्री के आस पास पहुंचा हुआ है। लोग घरों में कैद हो रहे हैं। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक देश सेवा के जज्बे को दिल में समेटे हुए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। अछनेरा ब्लॉक के पनवारी गांव में श्रीराम आदर्श कन्या इंटर कॉलेज में यह कैम्प चल रहा है, जहां छह जिलों के 450 शिक्षार्थी आए हुए हैं। 20 दिन तक चलने वाले इस शिविर में शिक्षार्थियों को सामाजिक संस्कार,देशभक्ति और आत्मरक्षा के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। संघ की भाषा में इसे ओटीसी कहा जाता है।
सुबह 4 बजे से रात 10.30 बजे तक
आरएसएस के विभाग कार्यवाह और संघ शिक्षा वर्ग के वर्ग कार्यवाह केशव देव शर्मा ने बताया कि प्रातः चार बजे से रात्रि 10.30 बजे तक कार्यक्रम चलते हैं। प्रातः और सायं शारीरिक के अलावा श्रमदान, योगनिद्रा, चर्चा, संवाद, अभ्यास कालांश, बौद्धिक कार्यक्रम होते हैं। रात्रि में मनोरंजन प्रदान वाले कार्यक्रम होते हैं, लेकिन उद्देश्यपरक। भविष्य के भारत को संभालने के लिए स्वयंसेवक यहां तैयार हो रहे हैं। कठोर परिश्रम कराकर उन्हें किसी भी स्थिति से जूझने के लिए तैयार कराया जा रहा है।
यहां से आए शिक्षार्थी
आरएसएस के ब्रज प्रांत कार्यवाह राजपाल (एटा) ने बताया कि इस शिविर में मैनपुरी, फिरोजाबाद, मथुरा, अलीगढ, हाथरस और आगरा के शिक्षार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। शिक्षार्थियों में सबसे अधिक संख्या छात्रों की है,जिसमें 11 वीं कक्षा से लेकर पीएचडी करने वाले भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि शिविर में हिस्सा लेने वाले सभी युवा निस्वार्थ भाव से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षार्थी ही पूरा व्यय वहन कर रहे हैं। इस शिविर का समापन 21 जून शाम साढ़े पांच बजे होगा।
ये होते हैं कार्यक्रम
20 दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर में शिक्षार्थियों को देशसेवा, आत्मरक्षा के साथ विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किए जा रहे हैं। इसमें बौद्धिक कार्यक्रम, सामाजिक संस्कार चर्चा, शारीरिक गतिविधियां जो सुबह के समय दो घंटे और शाम को दो घंटे के लिए चलती हैं। इसके अलावा शिक्षार्थियों को चिकित्सा पद्धित से भी रूबरू कराया जाता है।
हर जिज्ञासा होती है शांत
इस शिविर में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाती है। अभी दिल्ली से आए डॉ. दिलीप कुमार ने कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा की। इसमें बताया गया कि अनुच्छेद 370 से अधिक खतरनाक धारा 35 ए है। इसके तहत न तो कश्मीर में जमीन ली जा सकती है और न हीं वहां की नागरिकता। इस मामले में शिक्षार्थियों द्वारा डॉ. दिलीप से कई सवाल पूछे गए, उन्होंने सभी शिक्षार्थियों के सवालों का जबाव देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक इन्द्रेश जी ने मुस्लिमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को हम अपने बारे में बताएं तो बात समझ में आती है।