शत्रुजीत त्रिपाठी।
देवरिया। दिनांक 30/31.05.2016 की रात्रि में पैकौली कुटी के मुख्य पुजारी प्रयागदास की हत्या करके मूर्तियों की चोरी कर लिया गया, जिसके सम्बन्ध में थाना भलुअनी पर मु0अ0सं0 59/2016 धारा 302/380 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत कर विवेचना की जा रही थी। घटना के अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा कई टीमें लगायी गयीं। जांच व फोरेंसिक टीम के मदद से तथा परिस्थितिजन्य साक्ष्य एवं मुखबिर की सूचना से अभियुक्त धन्नजय तिवारी उर्फ नन्हे तिवारी, निवासी नकडीहा, थाना भलुअनी, जनपद देवरिया का नाम प्रकाश में आया,
जिसको हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया तो सारा घटनाक्रम बताते हुए घटना में शामिल अभियुक्तगणों का नाम भी बताया। पूछताछ में पूर्व पुजारी काशीनाथ मिश्र, जिसको पुजारी पद से हटा दिया गया था और प्रयागदास मुख्य पुजारी हो गये थे। काशीनाथ ने पुजारी पद प्राप्त करने के लिए मन्दिर पर कार्यरत कर्मचारी दयाराम मिश्र के भान्जे नन्हे उर्फ धनन्जय तिवारी को मिलाया, जो मन्दिर पर जिम करने व दौड़ने आता था। जब काशीनाथ पुजारी था तो वह मन्दिर में बेरोक टोक आता जाता था तथा काशीनाथ के पास बैठकर प्रसाद, चढ़ावा आदि ले जाता था। जबसे प्रयागदास पुजारी हुए थे तब से वह धनन्जय को डाटते थे तथा मन्दिर में आने से मना करते थे। इससे नन्हे उर्फ धनन्जय तिवारी प्रयागदास से काफी नाराज रहता था। इसके अलावा पिछले साल प्रयाग दास जब कुछ समय के लिए पुजारी हुए थे तो घटना में शामिल अभियुक्त शंकर की पत्नी को 4,000/-रूपये उधार दिये थे, जिसको बार-बार मांगता था तथा रूपये मांगने के बहाने शिवशंकर के घर जाता था तथा उसकी पत्नी व बच्ची पर गलत नजर रखता था। यह बात शिवशंकर को नागवार गुजरी। उसने यह बात अपने खास मित्र रामप्रवेश सिंह को बतायी। शिवशंकर ने करीब 25 दिन पहले मंदिर के पास बाग में काशीनाथ से मिला, काशीनाथ ने धनन्जय तिवारी को सेट किया तथा अपने गांव बिहार जाकर चाकू लाया और दिनांक 20.05.2016 की शाम को हत्या की योजना बनायी गयी। योजना के तहत उस दिन काशीनाथ अपना तख्त मंदिर के बाहर निकालकर सोये जबकि प्रतिदिन प्रयागदास के साथ सोते थे। उस दिन रात को बाहर सोने निकलने से पहले मंदिर के पश्चिम का दरवाजा बंद नही किया, केवल चिपका दिया। योजना के तहत दिनांक 30.05.2016 को रात्रि 11ः00 बजे के लगभग अभियुक्तगण रामप्रवेश, नन्हे उर्फ धनन्जय तिवारी, शिवशंकर मंदिर के पीछे से दिवाल फांदकर पिछले दरवाजे से घुसकर पुजारी की हत्या चाकू से मारकर कर दिये तथा मुर्तियों को मंदिर के पास पोखरे में छिपा दिये, जब पुलिस पुलिस सक्रिय हुई तो शंकर ने मूर्ति निकालकर कहीं अन्य जगह छिपा दिया। अभियुक्त शिवशंकर टप्पेबाज किस्म का है, कई बार नेपाल में पकड़ा गया है तथा लोगों को रूपये दुगुना करने के नाम पर ठगी करता है। घटना में शामिल अभियुक्तगण का उद्देश्य पुजारी की हत्या करना था, मूर्ति चुराना केवल घटना को डायवर्ट करना है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण
1.धनन्जय तिवारी उर्फ नन्हे तिवारी, निवासी नकडीहा, थाना भलुअनी, जनपद देवरिया।
2.रामप्रवेश सिंह पुत्र गोरखनाथ सिंह, निवासी अगया, थाना कोतवाली, जनपद देवरिया।
3.शिवशंकर पुत्र विसम्भर, निवासी अगया, थाना कोतवाली, जनपद देवरिया।
4.मंदिर का पूर्व पुजारी काशीनाथ मिश्र, निवासी करकटहा, थाना कटया, जनपद गोपालगंज, बिहार।
गिरफ्तारी करने वाली टीम
1.उ0नि0 जय प्रकाश सिंह यादव, थानाध्यक्ष भलुअनी।
2.उ0नि0 राहुल सिंह, प्रभारी सर्विलांस सेल, देवरिया।
3.उ0नि0 एस0डी0 भारती, थाना भलुअनी,
4.उ0नि0 एस0डी0 सिंह, थाना भलुअनी,
5.कां0 आशुतोष उपाध्याय, थाना भलुअनी,
6.कां0 राहुल सिंह, सर्विलांस सेल।
7.कां0 विमलेश सिंह, सर्विलांस सेल।