आफताब फारुकी।
इलाहाबाद। नगर के धूमनगंज थाना क्षेत्र के राजरूपपुर पुलिस चैकी के समीप रेलगांव में सुपरवाइजर के पद तैनात युवक को अज्ञात ताबड़ तोड़ गोली मारकर भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस उसे जीवत लेकर एसआरएन अस्पताल पहुंची लेकिन अस्पताल कर्मचारियों की लारवाही के चलते उसकी उपचार के आभाव में मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि स्टेचर को लेकर पुलिस व कर्मचारियों से काफी देरतक नोकझोक भी हुई है। हत्या की सूचना पर आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। हत्या की वजह जमीनी विवाद बताया जा रहा है।
धूमनगंज थाना क्षेत्र के जयन्तीपुर निवासी जितेन्द्र कुमार पटेल 40वर्ष पुत्र ननकूलाल पटैल रेलगांव में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था। वह दो भाइयों में छोटा था। वह सुपरवाइजर का काम करके एक पुत्र व एक पुत्री एवं पत्नी पुष्पा देवी एवं मां सूरजकली का भरण-पोषण करता था। बताया जा रहा है कि सोमवार को लगभग चार बजे राजरूपपुर पुलिस चौकी के समीप स्थित सीएसपी रोड पर घायलावस्था में आस-पास के लोगों ने देखा। यह देखते ही लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची धूमनगंज थाने की पुलिस उसे तत्काल उपचार के लिए आटो से स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय लेकर पहुंचे। उधर युवक को गोली मारे जाने की सूचना पर सीओ सीविल लाइंस एवं इंस्पेक्टर सिविल लाइंस तत्काल स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय पहुंचे और चिकित्सकों को सूचना दिया कि एक युवक को गम्भीर रूप से घायल हो गया है। उसे लाया जा रहा है। सूत्रो और वहा उपस्थित प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो इसके बावजूद जिम्मेदार डाक्टरों ने ड्यूटी पर तैनात कर्मचरियों को एलर्ट नहीं किया। उसे अस्पताल में लेकर लगभग सवा चार बजे पुलिस कर्मी पहुंचे तो आकस्मिक कक्ष में एक भी स्टेचर नहीं था और न ही वहां कोई वार्ड व्वाय ही उपस्थित था। सीओ सिविल लाइंस ने वहां मौजूद कर्मचारियों से आग्रह किया कि तत्काल स्टेचर की व्यवस्था करें। लेकिन आधा घंटे से अधिक समय तक न तो वार्ड व्वाय आया और न ही स्टेचर मिल पाया। इस बीच एक प्राइवेट एम्बुलेंस वहां पहुंची तो सीओ सिविल लाइन आलोक मिश्रा ने खुद स्टेचर निकाला और उससे घायल युवक को आकस्मिक कक्ष में ले गये जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दौरान स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के आकस्मिक कक्ष में मौजूद कर्मचारियों से काफी नोकझोक भी हुई। हालांकि पुलिस को मृतक के पास से मिले मोबाइल के नम्बर से परिजनों को खबर दे दिया था। खबर मिलते ही उसके परिवार के लोग भी बदहवास हालत में अस्पताल पहुंचे। उसका शव देखते ही उनपर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा।
मृतक के शरीर में चार गोलिया धंसी है। घटनास्थल से पुलिस को दो कारतूस के खोखे भी मिले है। मृतक के भाई चन्द्रिका ने बस इतना ही बताया कि उसका जमीन को लेकर किसी से विवाद चल रहा है।
पुलिस ने लाश को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उधर हत्या की खबर मिलते ही पुलिस विभाग के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले के खुलासे के लिए कड़ा निर्देश जारी किया। हालांकि खबर लिखे जाने तक इस सम्बन्ध में अन्य कोई जानकारी नहीं मिल सकी।