रामपुर। जिला अस्पताल में महिला इमरजेंसी में तैनात अनिल की ड्यूटी रात में चल रही है यह हाल है नगर विकास मंत्री आज़म खान जोकि यूपी के कद्दावर मंत्री कहे जाते हैं उनके सांसदीय क्षेत्र में जिला प्रशासन के आला अफसर व कर्मचारियों का है जहां वे सोते नजर आते हैं।यह कानून की अर्थव्यवस्था मरीज गेट अथवा चैनर बजाता रहा लेकिन इस कर्मचारी ने अपनी नींद में किसी की भी ना सुनी आखिर मरीज का दर्द से रो रो कर बुरा हाल व परिजन चीखते रहे लेकिन अनिल ने एक न सुनी
यह हाल है रामपुर के हकीम अजमल खां मेमोरियल चिकित्सालय के महिला इमरजेंसी वार्ड का जहां कर्मचारी से लेकर स्टाफ नर्स व डॉक्टर तक सभी आराम फरमाते हैं मरीज अपनी समस्या को लेकर नर्स के पास जाता है तो नर्स को बात करने का जरा भी सलीका नहीं रहता वह अपने आक्रोश में होश खो बैठती है आखिर उसने मरीज से क्या कहा उसका भी खयाल नहीं रहता और गलती मरीज की बतातीं हैं उल्टा चोर कोतवाल को डांटे कहावत तो यहां बिल्कुल सटीक बैठती है जब किसी चैनल या अखबार का रिपोर्टर अधिकारी से सवाल पूछतें हैं तब अधिकारी कहता है कि इसकी जांच कराकर इसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी आखिर वह कार्यवाही कब और किस समय पर होगी इसका कुछ पता नहीं बाद में सब ठंडे बस्ते में ही नजर आता है।
ऐसे अधिकारी कर्मचारियों की बदसलूकी कब तक चलेगी तथा मरीज के साथ कैसा व्यवहार किया जाये ये कब सीख पायेंगे।