रामपुर। जिला अस्पताल हो या महिला जिला अस्पताल हो चोरों व जेब कतरों के हौसले बुलंद है और वे दिन प्रतिदिन किसी न किसी गरीब बीमार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।अस्पताल में मनचलों का भी एक हज्जूम सा लगा रहता है।और उसमें बेचारे गरीब लोग जो कि उपचार कराने दूर-दूर से जिला अस्पताल में आते हैं और वह ऐसे लोगों को भी अस्पताल का ही कोई कर्मचारी मान लेते हैं और किसी ना किसी घटना का शिकार हो जाते हैं।
इन घटनाओं के पीछे सबसे बड़ी बात यह है कि जिस डाक्टर के कमरे में भीड़ एकत्रित होती है उसी कमरे में कोई ना कोई घटना घटित होती है पर इन मनचलों को रोकने वाला कोई नहीं है वह हर दिन जिला अस्पताल में ऐसे आते हैं जैसे कि कोई अस्पताल का कर्मचारी हो।जिला अस्पताल हो या महिला जिला अस्पताल हो वहां पर कोई ना कोई ऐसा मनचला जरूर मिलेगा।ऐसा ही एक मामला आज महिला जिला अस्पताल के अल्ट्रासाउंड कक्ष के बाहर का सामने आया है, जुल्फकार पुत्र नूर अहमद् निवासी इन्ड्री भोट जिसकी पत्नि फिराज का उपचार महिला अस्पताल से चल रहा है वह आज अल्ट्रासाउंड कक्ष के बाहर अपनी पत्नि के साथ लाइन में लगा हुआ था, वहीं पर कई सारे मनचले भी थे जब उसने अपनी जेब में हाथ डालकर देखा तो उसके होश उड़ गए और वह जोर-जोर से कहने लगा कि मेरी किसी ने जेब काट ली और 2,000 रूपये निकाल लिए क्या इस तरह की घटनाओं पर कभी रोक लग पायेगी।