कहते हैं कि सावन का महीना किसी भी काम की शुरुआत करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि सावन के माह को सभी भगवान् शिव की आराधना कर उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं।लोगों की मान्यता है कि इससे उनकी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।कुछ लोग भोलेनाथ को मनाने के लिए कांवड़ भरकर शिव धाम जाते हैं जहां वे लोग भगवान् शिव का गंगाजल से जलाभिषेक करते हैं रास्ते में आते जाते श्रद्धालुओं को बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है कहीं ऊंचे नीचे रास्ते तो कहीं ढलान जिनसे होकर वह अपने ईष्ट तक पहुचते हैं
वैसे तो प्रशासन भी कांवडियो के इस सफर को सुरक्षित और अनुकूल वातावरण देने का प्रयास कर रहा है पर फिर भी कुछ जगहों पर प्रशासन की कमजोरी साफ झलक रही है ऐसा ही एक मामला भमरव्वा रोड स्थित श्री पातालेश्वर मंदिर को जाने वाले रोड का है जहां पर गंदगी का अंबार है एक तरफ सावन का महीना शुरू हो जाने पर कावड़िये दूर-दराज से पवित्र कांवड़ में जल लेकर मंदिरों पर जलाभिषेक करने आ रहे हैं तो वही एक ओर कांवड़ियों को अब गंदगी से होकर गुजरना होगा। देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस ओर कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठा रहा है आखिरकार प्रशासन कब तक यूं ही इस मामले में आंखें मूंदकर बैठा रहेगा।