बलिया। अन्जनी राय। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था कैसे सुधरेंगी जब जिम्मेदार ही सरस्वती के पावन मंदिर में नशे में धुत मिल रहा है। शनिवार को बीएसए डा. राकेश कुमार सिंह के निरीक्षण में बेरुआरबारी ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बेरुआरबारी पर तैनात प्रधानाध्यापक द्वारिका नाथ दुबे कुछ इसी अंदाज में मिले। यह देख बीएसए ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
बीएसए ने नगरा, रेवती व पंदह ब्लाक के शिक्षा क्षेत्रों के कुल पांच और अध्यापकों को निलंबन का आदेश पकड़ा दिया, वहीं नगरा के दो तथा रेवती के एक प्रधानाध्यापकों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। यही नहीं, बेसिक शिक्षा में मनमानी कर रहे शिक्षकों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत नगरा, रसड़ा व दुबहर के दर्जनों अध्यापकों वेतन काटते हुए स्पष्टीकरण मांगा।
नगरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय वीरपुरा नम्बर एक के प्रधानाध्यापक हृदयानंद यादव की अक्सर अनुपस्थित रहने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने दो वार्षिक वेतन वृद्धि घटाने का निर्देश जारी किया, जबकि पूर्व माध्यमिक विद्यालय औराई कलां पर तैनात चार सहायक अध्यापक अंजू रानी, इश्तियाक अहमद, हरिनिवास उपाध्याय व सुमन गुप्ता के होते हुए भी नामांकन शून्य के साथ उपस्थिति शून्य पाए जाने पर तिलमिलाये बीएसए ने तत्काल प्रभाव से एक वेतन वृद्धि रोकने का निर्देश जारी किया।
बीएसए ने कहा कि छात्र उपस्थिति व शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।