भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग – दो पर शुक्रवार की शाम 4: 30 बजे के करीब एक कांवरिये की ट्रक से कुचल कर मौत हो गयी। साथी की मौत से गुस्साए कांवरिए और ग्रामीणों ने ट्रक में आग लगा दिया। यह हादसा एनएच – दो पर स्थित जंगीगंज में हुआ। हादसे का शिकार कांवरिया मिर्जापुर जिले के अदलपुर गाँव का निवासी था। घटना की ख़बर लगते ही जिला प्रशासन के हाथ पाँव फूल गए। जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु और एसपी अरविन्द भूषण पाण्डेय के अलवा एएसपी मौके पर पहुँच गए। तीन थानों की पुलिस भी बुला ली गयी। अग्निशमन की दो गाडियां आग पर काबू पाया। बाद में ट्रक में फँसे कावरिए के शव को किसी तरह निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। घटना स्थल पर भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गयी।
जिला प्रशासन और आम लोगों की सूझबूझ से बड़ी हिंसा और उपद्रव टल गया। क्योंकि कांवरियों को यह भनक लगने नहीँ दिया गया की हादसे में किसी कांवरिए की मौत हुई है। उधर जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु ने बताया है की कांवरिये की मौत के बाद ट्रक में आग लगा दी गयी थी। लेकिन राजमार्ग पर यातायात कुछ ही घंटों में सामान्य हो गया।
मिर्जापुर के अदलपुर गाँव निवासी कांवरिया पप्पू बिन्द (35) पुत्र झिंगुरी बिंद बाबा काशी विश्वनाथ को जल चढ़ाने के लिए घर से निकला था। प्रयाग से जल लेकर वह बनारस की तरफ़ जा रहा था। गोपीगंज थाना क्षेत्र के किशनदेवपुर गाँव में भरतू बिन्द के यहाँ उसकी ससुराल है। जल लेकर वह ससुराल चला गया। दोपहर को आराम करने के बाद वह बनारस की तरफ़ बढ़ रहा था। तभी किसी ज़रूरत के लिए वह कांवरियों के लिए बनी सुरक्षित लेन को छोड़ कर दक्षिणी लेन में चला गया। समान लेने के बाद वह कांवरिया लेन में आ रहा था उसी दौरान इलाहबाद से वाराणसी की तरफ़ जा रही ट्रक (यूपी – 75 एम – 7839) की ज़द में आ गया जिससे कुचल कर उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों और कांवरियों ने अँग्रेजी शराब लदी ट्रक में आग लगा दिया। हादसे के बाद चालक और क्लीनर अपनी जान बचा कर भाग निकले। हादसे की ख़बर लगते ही जिला प्रशासन का हाथ पाँव फूल गया। डीएम और एसपी खुद मौक़े पर पहुँच स्थिति सम्भली। दो फायर गाडियां पहुँच कर आग पर काबू पाया। ट्रक में आग लगने से टायर बम की तरह बोल रहे थे। आग पर काबू पाने के बाद किसी तरह जिलाधिकारी और एसपी ने ट्रक में बुरे फँसे कांवरिये के शव को बाहर निकाल एएसपी की गाड़ी से शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। आग पर काबू करने के घंटों बाद यातायात सामान्य हो पाया। जिला प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए अतिरक्त फोर्स तैनात किया है। इस घटना ने ऊंज में हुए 2007 के कांवरिया कांड की याद ताजा कर दिया। लेकिन प्रशासनिक सूझबूझ और नागरिकों के सहयोग से हिंसा और आगजनी में नहीँ तब्दील हो पायी।