बहराइच। नूर आलम वारसी। प्रदेश सरकार द्वारा संचालित किये जाने वाले “हौसला पोषण योजना-फीडिंग कार्यक्रम” को जिले के सभी आगनबाड़ी केन्द्रों पर शासन की मंशानुरूप संचालित किये जाने के लिए विकास भवन सभागार में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजना अन्तर्गत सौंपे गये उत्तरदायित्वों का निर्वहन भली प्रकार से करेंगे। उन्होंने कहा कि जिले के सभी आगनबाड़ी केन्द्रों पर योजना के विधिवत शुभारम्भ की जिम्मेदारी सम्बन्धित सेक्टर आफिसर्स की होगी। श्री कुमार ने सचेत किया कि यदि 15 जुलाई कोई भी आगनकाड़ी केन्द्र बन्द पाया जायेगा तो सभी सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध अनिवार्य रूप से कठोर कार्यवाही की जायेगी।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि गर्भवती महिलाओं एवं अतिकुपोषित बच्चों के पोषण के लिए लागू किये जाने वाले “हौसला पोषण योजना-फीड़िंग कार्यक्रम” के संचालन की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान एवं आगनबाड़ी कार्यकत्रियों की होगी। श्री कुमार ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि 15 जुलाई 2016 को स्वयं पूर्वान्ह 10:00 बजे गोद ली गयी ग्रामसभा में उपस्थित रहेंगे तथा ग्रामवासियों को शासनादेश के निहित व्यवस्था की जानकारी प्रदान करेंगे। सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि शुभारम्भ अवसर की सूचना सेल्फी फोटोग्राफ्स के साथ निर्धारित प्रारूप पर जिला कार्यक्रम अधिकारी बहराइच को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करेंगे।
सीडीओ श्री कुमार ने बताया कि योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए जनपद स्तर पर कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है जिसका नम्बर 05252-238016 है। उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारी एक सप्ताह के बाद योजना के अद्यतन प्रगति की फीडबैक के लिए सेक्टर का भ्रमण करेंगे। प्रत्येक गर्भवती महिला को 100-120 आयरन की गोली दी जायेगी, सेक्टर अधिकारी यह प्रयास करेंगे कि गर्भवती महिलाएं इस गोली का सेवन अवश्य करें।
कार्यशाला के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डीआर सिंह, उप जिलाधिकारी सदर बच्चे लाल, उप निदेशक कृषि अनिल सागर, पीडी डीआरडीए रजत यादव सहित गोद लिये गये गांवों से सम्बन्धित अधिकारी, नामित सेक्टर अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारीगण, सीडीपीओ व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।