मथुरा(रवि पाल)। जनपद में दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही नशीले पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए पूरे जनपद में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने सभी थानाध्यक्षों के साथ-साथ सभी टीमों को निर्देशित किया है। उसी के चलते एसओजी प्रभारी हरीश वर्धन सिंह, और गोविन्द नगर पुलिस वांछित अपराधियो की खोज में थे। इसी दौरान उन्हें बिरला मंदिर की तरफ से एक गाडी आती हुई नजर आयी। पुलिस द्वारा जब उसे रोकने का प्रयास किया गया। तो गाडी में मौजूद दो युवक पुलिस को देखकर सकपका गए। और उतरकर भागने लगे। जिनके पास एक बैग था।
जब पुलिस ने उनकी तलाशी लेकर अभियुक्तों से पूछताछ शुरू की तो उन्होंने अपने नाम योगेश पुत्र वीरो सिंह, निवासी थाना डींग भरतपुर, राजस्थान व सरदार सिंह पुत्र उम्मेद सिंह निवासी थाना वृन्दावन बताये। उनके पास से 20 किलो गाँजा, 8 किलो डोडा पाउडर, 1.2 किलो चरस, 8 लाख रूपए नगद (बिक्री के), और लक्ज़री गाडी निशान बरामद हुई है। पूछताछ करने पर तस्कर योगेश ने बताया कि वह भरतपुर में भांग के ठेके की आड़ में मादक पदार्थो की तस्करी करता है। उसने अपने तस्कर मित्रों के साथ लालच में आकर ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में इस मादक पदार्थो की तस्करी का संचालन शुरू कर आज बड़े स्तर पर मादक पदार्थो की सप्लाई फोनों के माध्यम से आर्डर लेकर करने की बात को स्वीकारा है।
पकड़े गए तस्कर बिहार, हरियाणा, उड़ीसा, राजस्थान आदि राज्यों तक मादक पदार्थ तस्करी किया करते थे। उसने बताया कि कल यहाँ आर्डर पर अलग अलग लोगों को लगभग 8 लाख का गाँजा बेचा है। सभी तस्करों को एक नियत स्थान पर बुलाकर माल को सप्लाई कर दिया जाता था। उसने बताया कि हम तस्करी करने में 10 टायरा ट्रक, हाई स्पीड एसयूवी कार, और मोटर साइकिल जैसे वाहनों का प्रयोग करते थे।
इस अन्तर्राज्जीय कुख्यात मादक पदार्थों की तस्करी के गिरोह का पर्दाफाश करने में एसओजी प्रभारी हरीश वर्धन सिंह, एसएसआई सलीम अहमद, एएसआई मुनीश यादव एसओजी टीम के कांस्टेबल और हमराही सहित गोविन्द नगर पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्यवाही की।
टीम की इस सफलता के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने पुलिस टीम को 5000 रु० नकद इनाम की घोषणा की।