अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में शीया हज़ारा समुदाय के प्रदर्शन स्थल पर 2 बम धमाके हुए जिनमें कमोबेस 61 लोग हताहत और 207 अन्य घायल हुए। तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश ने इन धमाकों की ज़िम्मेदारी ली है। ये धमाके काबुल के देह मज़न्ग स्कवायर पर हुए जहां हज़ारों की संख्या में शीया समुदाय के लोग विवादित बिजली लाइन परियोजना के खिलाफ़ सुबह के समय प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए थे।
पुलिस के अनुसार, एक आक्रमणकारी अपनी बेल्ट को विस्फोटित करने में सफल रहा, दूसरा आक्रमणकारी सही तरह से अपनी बेल्ट को विस्फोटित नहीं कर पाया जबकि तीसरा आक्रमणकारी इससे पहले कि अपनी बेल्ट को विस्फोटित करता सुरक्षा बल ने उसे ढेर कर दिया। राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी ने धमाकों की भर्त्सना करते हुए आतंकियों के इस हमले पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा, “अवसरवादी आतंकियों ने प्रदलर्शनकारियों के बीच पहुंच कर विस्फोट किए जिसमें बड़ी संख्या में देश के नागरिक, सुरक्षा बल और रक्षा विभाग के कर्मचारी हताहत व घायल हुए।” अफ़ग़ान राष्ट्रपति ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन हर नागरिक का अधिकार है।
प्रदर्शनकारी भेदभाव पर धिक्कार और न्याय चाहिए जैसे नारे लगा रहे थे। इस बीच तालेबान ने काबुल धमाकों की निंदा की है। तालेबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने इन धमाकों की निंदा करते हुए कहा है कि तालेबान का इन धमाको से कोई संबंध नहीं है।