इमरान सागर शाहजहाँपुर :-कटरा खुदागंज मार्ग, खुदागंज निगोही मार्ग के सबंध में तमाम बार शिकायते करने के बाद भी कोई सुनवाई न होने के कारण आमजन में प्रशासन के खिलाफ जमकर रोष भड़कने लगा। नगर पंचायत खुदागंज की गंभीर समस्याओं से त्रस्त आमजन के साथ खड़े कटरा विधायक राजेश यादव ने 5 अगस्त को उनकी मांगे प्रशासन के सामने रखते हुए चेताया था कि समय रहते मागें न सुनी गई तो फिर धरना दिया जाएगा परन्तु इसके बाद भी प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नही मिली।
नगर पंचायत की समस्याओं की मांग पर प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया न मिलने से त्रस्त मेन रोड पर बने शादी हाल में नगरवासी धरना पर बैठ गये। गौर तलब है कि तिलहर नगर में पुर्ति विभाग और कोटेदारो की दबंगई का उत्पीड़न झेल रहे उपभोगताओं की तकलीफ देखते हुए पालिका सभासद एक अगस्त से पालिका के मुख्य द्वार पर क्रमिक अनशन पर बैठे थे जो आज आमरण अनशन में बदल गया परन्तु धरना पर बैठे सभासदो की देखना तो दूर की बात है बल्कि तहसील स्तर के अधिकारियों ने रोड से निकलना ही बन्द कर दिया।
अब इसे प्रशासन द्वारा आमजन का उत्पीड़न कहे या सरकार की कोई चाल। समझने वाली बात यह है कि अक्सर चुनाव करीब आते ही वोट की राजनीत ही सही लेकिन आमजन की छोटी से छोटी समस्या निस्तारण पल भर में ही होता रहा है परन्तु फिलहाल की स्थिति किसी से भी छुपी नही है कि तिलहर में राशन कार्ड धाधंली के साथ पूर्ती विभाग तथा कोटेदारो द्वारा तहसील भर के राशन उपभोगताओं का लगातार उत्पीड़न और साथ ही राशन कार्ड ऑनलाईन पोर्टल का अचानक बन्द होना एक बड़ी और गंभीर समस्या के लिए पिछले आठ दिन से सभासद धरना दिए बैठे परन्तु उनकी समस्या सुनने अब तक न तो कोई जन प्रतिनिधि पहुंचा और न ही तहसील का मालिक उपजिलाधिकारी वही महिला डिग्री कॉलेज और टूटी गडढ़ा युक्त वह मुख्य सड़के जिन्हे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत लगभग चार माह पूर्व ही बनाया गया जैसी बेहद गंभीर समस्या के चलते अपनी मांग के लिए धरना करने पर मजबूर हो गये।
समझने की बात है कि तिलहर और खुदागंज वासियों की समस्याए यकीनन गंभीर हैं लेकिन जहाँ एक अगस्त से तिलहर के धरना स्थल पर आठ दिन में भी कोई जन प्रतिनिधि या प्रशासनिक अधिकारी नही पहुंचा उनके हाल जानने तो क्या उम्मीद की जा सकती है कि खुदागंज के धरना स्थल पर कोई पहुच सकता है। हालाकि फर्क सिर्फ इतना है कि जहाँ खुदागंज की जनता के साथ उनका विधायक खड़ा है तो वहीं तिलहर में आमजन की समस्याओं के प्रशासन से पालिका सभासद भूखे पेट लड़ रहे हैं।
अब देखना यह है कि प्रशासन अपनी हट धर्मिता को कब तक बरकरार रखता है।
सूत्रो से मिल रही जानकारी के अनुसार आमजन की समस्याओं को जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा अपनी हटधर्मिता के साथ कोई सुनवाई न करना प्रदेश सरकार को बदनाम करना मात्र है क्यूंकि चुनाव मुद्दो पर ही लड़ा जाता है और मुद्दा कोई होना चाहिए।