रामपुर। ललित। सावन माह में शिव नगरी रामपुर में भक्तिमय वातावरण बन गया है। सभी मंदिरों पर भगवान भोले शंकर के गीत गुंजायमान हो रहे है। महिला संगीत जागरण कार्यक्रम के आयोजन मंदिर समितियों व श्रद्घालुओं के माध्यम से आयोजित किए जा रहे है। 7 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार है। इस अवसर पर मंदिरों में स्थापित शिवलिंगो का श्रृंगार करने व पूजन करने वाले श्रद्घालुओं की खासी भीड़ होती है।
श्रावण मास में भगवान शिव की आराधना का दौर अधिक इसलिए बढ़ जाता है, श्रावण मास को भगवान शिव का मास माना गया है, इसलिए इस माह और माह के चार सोमवार को मंदिरों में भगवान शिव की विशेष आराधना की जाती है। सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है। जिन मंदिरों में भगवान शिव की पूजा के लिए अधिक श्रद्घालु पहुंचे। उनमें स्थित प्राचीन मन्दिर पंजाब नगर, रठौंडा मन्दिर शहर के मन्दिर आदि प्रमुख है। महिला शक्ति ने प्रदर्शित
की भक्ति सावन को भगवान शिव का माह और सोमवार को शिव का दिन माना जाता है। इसलिए इस दिन भक्त अधिक ही भक्ति करते है। भक्तों में महिला श्रद्घालुओं की संख्या अधिक रहती है। मंदिरों पर पुरुष श्रद्घालुओं के मुकाबले शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने व पूजा करने वालों में महिला श्रद्घालुओं की संख्या अधिक रहती है। जिला मुख्यालय पर स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर परिसर में एवं श्रीपातालेश्वर मंदिर पर महिला संगीत कार्यक्रम रोज चल रहा है। उधर गुरुद्वारा व मोहल्लों की महिलाओं ने भक्ति में शक्ति दिखाते हुए सोमवार को पंजाब नगर वाले महादेव पर कांवड़ चढ़ाती हैं। एक दर्जन के करीब महिला व युवतियों ने भूतेश्वर मंदिर पर शिवलिंग का अभिषेक करती जल की धारा से जल कांवड़ों में भरा। कांवड़ों को महिलाओं द्वारा नंगे पांव चल कर पंजाब नगर मंदिर पर पहुंचा। यहां पूजा अर्चना के बाद कांवड़ों को शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है जगह जगह हाईवे पर अंबेडकर पार्क के पास खाने के स्टॉल और भंडारे का आयोजन लंबे समय से होते चले आ रहे हैं ।