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समाचार के साथ आप यह जो फोटो देख रहे है यह अस्पताल के एक रोगी के परिजन की है। पहली बार शायद इस गरीब ने किसी उच्चाधिकारी को इतनी करीब से देखा होगा। ज़िलाधिकारी द्वारा मिली इसको सुविधा ने इसकी आँखों में ख़ुशी के आंसू भर दिए और बरबस ही यह देश का आम गरीब नागरिक भावुक हो उठा और हाथ जोड़ कर ज़िलाधिकारी का धन्यवाद दिया। ज़िलाधिकारी के इस शब्द कि “इसके लिए आप मुझको धन्यवाद न कहे यह हमारा कर्तव्य है”,सुनकर यह अपने गरीब इतना भावुक हो गया कि इसकी आँखों में आंसू भर आये। ज़िलाधिकारी ने लगभग हर मरीज़ से भेंट की और उनको संपूर्ण इलाज मुफ्त मिलने की बात बताई और कहाकि किसी के द्वारा अगर आपको परेशान किया जाय तो तत्काल आप मुझसे सीधे संपर्क करे। ज़िलाधिकारी के इस दौरे से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। |
- डीएम ने किया जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण।
- रात के समय भी वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में रहेगा परिसर।
- महिला व पुरूष दलालों पर रहेगी खुफिया पुलिस टीम की नज़र।
- दो स्वास्थ्य कर्मियों के विरूद्ध अभियोग दर्ज, आधा दर्जन से अधिक कार्रवाई की ज़द में।।
- बालरोगी कृष्णा की मृत्यु पर जिला प्रशासन का कड़ा रूख।।
नूर आलम वारसी
बहराइच : हमारी खबर का बड़ा असर यहाँ ज़िला चिकित्सालय में देखने को मिला। उच्च निर्देशों और ज़िलाधिकारी के स्वयं उक्त ज़िला चिकित्सालय के समाचार का संज्ञान लिया गया। हमारे संवाददाता नूर आलम वारसी से ज़िलाधिकारी ने जिला सुचना अधिकारी के माध्यम से समाचार के सम्बंधित समस्त साक्ष्य प्राप्त किया। सूत्रों की माने तो उपरोक्त साक्ष्यों और पीड़ित के बयान को आधार मान कर ज़िलाधिकारी ने सख्त कदम उठाया। आपके स्मरण हेतु बता दू कि हमने समाचार “नहीं दिया 20 रुपया घुस,नहीं लगा इंजेक्शन,मर गया मरीज़।” शीर्षक से जिला अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करता हुवा समाचार आप सभी पाठकों को पहुचाया था। उक्त समाचार का संज्ञान ज़िले के तेज़ तर्रार ज़िलाधिकारी ने लेकर जिला सुचना अधिकारी को निर्देशित किया कि समाचार से सम्बंधित साक्ष्य प्राप्त करे। ज़िला सुचना कार्यालय बहराइच से हमारे संवाददाता नूर आलम वारसी को दूरभाष से संपर्क ज़िला सुचना अधिकारी द्वारा किया गया। हमारे संवाददाता ने उक्त समाचार से सम्बंधित सभी साक्ष्य ज़िला सुचना अधिकारी को प्रदान किया गया और जिला सुचना अधिकारी द्वारा उक्त साक्ष्य ज़िलाधिकारी को प्रदान किया गया। सूत्र बताते है कि हाई टेक ज़िलाधिकारी द्वारा इस प्रकरण में तत्काल कार्यवाही कर बड़ा कदम उठाया गया।
वृहस्पतिवार की देर शाम जिलाधिकारी अभय ने जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर चिकित्सालय द्वारा मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी प्राप्त कर मौके पर ही अस्पताल प्रशान को निर्देश दिया कि जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को हर सम्भव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाय। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान इमरजेन्सी और चिल्ड्रेन वार्ड का सघन निरीक्षण किया। चिल्ड्रेन वार्ड के निरीक्षण के दौरान भर्ती बाल रोगियों के अभिभावकों एवं तिमारदारों से जिला चिकित्सालय द्वारा उपलब्ध करायी जा रही चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी विद्याशंकर सिंह, सीएमओ डा. डीके सिंह, सीएमएस ओपी पाण्डेय व अन्य सम्बन्धि को निर्देश दिया कि जिला चिकित्सालय की व्यवस्था चाक-चैबन्द करायें ताकि जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों एवं उनके तिमारदारों को कठिनाई का सामना न करना पड़े।
बहराइच जिला चिकित्सालय बहराइच में भर्ती बालरोगी कृष्णा, आयु 10 माह, निवासी खेमरिया शुक्ल, थाना हरदी, बहराइच की मृत्यु पर जिला प्रशासन द्वारा कड़ा रूख अख्तियार करते हुए प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर 09 अगस्त 2016 को चिल्ड्रेन वार्ड में तैनात वार्ड ब्वाय मुकीद अहमद, स्वीपर शत्रुहन प्रसाद व वीरेन्द्र नारायण को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। जबकि सिस्टर आशा सिंह व स्वीपर पवन के विरूद्ध भ्रष्टाचार की पुष्टि होने पर उक्त दोनो कर्मचारियों के विरूद्ध मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. ओम प्रकाश पाण्डेय द्वारा थाना कोतवाली नगर में अभियोग पंजीकृत कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस घटना के सम्बन्ध में खेमरिया शुक्ल, थाना हरदी, बहराइच के निवासी शिवदत्त द्वारा दिये गये शिकायती पत्र की जाच के लिए जिला चिकित्सालय द्वारा तीन सदस्यीय जाच दल गठित की गयी थी। जिसमें वरिष्ठ परामर्शदाता डा. एसपी सिंह, डा. आरके. जयन्त एवं डा. मोहम्मद इदरीस शामिल थे। जाच दल की रिपोर्ट में सिस्टर श्रीमती आशा सिह व उपचारिका श्रीमती किश्वर जहा को अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने का दोषी पाये जाने पर सीएमएस डा. ओम प्रकाश पाण्डेय द्वारा सम्बन्धित कार्मिकों को निलम्बित किये जाने की संस्तुति प्रदेश के महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से की गयी है।
जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ परामर्शदाताओं की तीन सदस्यीय जाच दल द्वारा की गयी जाच में स्वीपर पवन पुत्र सरजू प्रसाद बाल्मीकी पर मरीज के तीमारदारों से पैसे लेने का दोष सिद्ध होने पर सीएमएस द्वारा सेवापर्दाता संस्था मेसर्स प्राइम क्लीनिंग सर्विसेज, प्राईवेट लिमिटेड, हज़रतगंज लखनऊ को तत्काल सेवा समाप्त किये जाने का निर्देश दिया है। जाच दल की रिपोर्ट में यह पाये जाने पर कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत जिला चिकित्सालय बहराइच में संविदा पर तैनात उपचारिका श्रीमती शुभाषनी वर्मा एवं श्रीमती दुर्गावती द्वारा अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के प्रति लापरवाह रहीं। सम्बन्धित कर्मचारियों द्वारा अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के प्रति बरती गयी लापरवाही के लिए सीएमएस डा. ओम प्रकाश पाण्डेय ने मुख्य चिकित्साधिकारी से उपरोक्त संविदा कर्मचारियों की संविदा समाप्त करने की संस्तुति की गयी है।
जाच दल की रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि श्रीमती संगीता, उपचारिका (संविदा) मेसर्स टीएनएम द्वारा भी अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के प्रति लापरवाही बरती गयी। संविदा उपचारिका द्वारा अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के प्रति बरती गयी लापरवाही के लिए सीएमएस डा. ओम प्रकाश पाण्डेय द्वारा तत्काल प्रभाव से सम्बन्धित उपचारिका की संविदा समाप्त कर दी गयी है।
दलालों से मुक्त होगा जिला चिकित्सालय परिसर, जिला मजिस्ट्रेट अभय ने छेड़ी मुहिम
बहराइच : जिला चिकित्सालय में भोले-भाले मरीज़ों को गुमराह कर चिकित्सकों के निजी नर्सिंग होम्स में भर्ती कराये जाने का गोरखधन्धा चलाने वाले महिला एवं पुरूष दलालों के लिए एक बुरी खबर है। जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस विभाग की एक खुफिया टीम सादे लिबास में अब हर समय जिला चिकित्सालय में मौजूद रह कर दलाल किस्म के लोगों पर सतर्क निगाह रखेगी और इन्हें सीधे सलाखों के पीछे पहुचाने की कार्यवाही करेगी। इस पूरी कवायद का मकसद है कि जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए आने वाला कोई मरीज़ इन दलाल की बातों से गुमराह न हो और उन्हें सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं का लाभ जिला चिकित्सालय के माध्यम से प्राप्त हो।
जिला मजिस्ट्रेट के संज्ञान में यह बात आयी है कि जिला चिकित्सालय परिसर में प्रायः महिला व पुरूष दलाल घूमते रहते हैं और यहा पर आने वाले मरीज़ों को गुमराह करके निजी चिकित्सकों द्वारा चलाये जा रहे नर्सिंग होमों में भर्ती करने के लिए विवश करते हैं बल्कि इस बात का भी दुष्प्रचार करते हैं कि जिला चिकित्सालय में ठीक ढंग से इलाज नहीं किया जाता है। जबकि सच्चाई बिल्कुल इसके उलट है क्योंकि सभी सरकारी चिकित्सालय ही इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान है।
उल्लेखनीय है कि जिला मजिस्ट्रेट को विश्वस्त सूत्रों से भी जानकारी मिली है कि मध्यान्ह रात्रि में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के अतिरिक्त चालक व शरारती किस्म के लोग चिकित्सक का मुखौटा बनाकर गले में आला डालकर मरीज़ों को बेड पर आकस्मिक पीड़ा होने पर चेक कर अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए बाहर से दवा मंगाने पर विवश करते हैं। जिससे मरीज़ों और तीमारदारों को तमाम तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। जिला मजिस्ट्रेट की जानकारी में यह भी आया है कि चिकित्सालय परिसर में कुछ दलालों के वाहन भी खड़े रहते हैं जो मरीज़ों का अच्छा इलाज देने का झांसा देकर मनमानी रकम वसूल कर अपने मनमाफिक निजी अस्पतालों की शरण में पहुचाने का कारनामा करते हैं।
देखने में यह भी आया है कि इससे कभी-कभी मरीज़ों के तीमारदारों और दलालों के बीच कहा-सुनी हो जाती है जिससे जिला चिकित्सालय परिसर की शान्ति व्यवस्था भी प्रभावित होने के साथ-साथ बहराइच के जिला चिकित्सालय की छवि को भी आघात लगता है। जबकि जिला चिकित्सालय एक ऐसी संस्था है जहा पर मरीज़ों को सही उपचार की सुविधा अनुमन्य करायी जाती है। जिला चिकित्सालय की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहा पर बहराइच के अतिरिक्त आस-पड़ोस के अन्य जनपदों के अलावा नेपाल राष्ट्र के बीमार नागरिक भी इलाज के लिए आते हैं।
जिला चिकित्सालय परिसर को दलालों से मुक्त बनाये रखने के लिए जिला मजिस्ट्रेट अभय ने पुलिस अधीक्षक सालिग राम वर्मा को निर्देश दिया है कि चिकित्सालय परिसर के लिए एक ऐसा पुलिस दल गठित करें जो सिविल ड्रेस में राउण्ड-द-क्लाक भ्रमणशील रहकर स्थिति पर सतर्क दृष्टि बनाये रखे। इस सम्बन्ध में एआरटीओ को निर्देश दिया गया है कि वे स्वयं चिकित्सालय परिसर में अनाधिकृत रूप से खड़े वाहनों का सत्यापन की कार्यवाही करेंगे और दलालों से सम्बद्ध पाये जाने वाले वाहनों व वाहन चालकों के विरूद्ध विधि सम्मत अपेक्षित कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करायेंगे। जिला मजिस्ट्रेट ने मुख्य चिकित्साधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को कड़ा निर्देश दिये हैं कि स्थितियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्ययोजना तैयार करें जिससे परिसर को दलालों से मुक्त बनाकर आमजन मानस को शासन व प्रशासन की ओर से अच्छा संदेश दिया जा सके।
जिला चिकित्सालय में शाम 06:00 बजे से प्रातः 07:00 बजे तक चिकित्सक, स्टाफ नर्स व वार्ड ब्वाय की समुचित उपस्थिति सुनिश्चित कराये जाने के लिए दो से ढाई घण्टे के अन्तराल पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी भी लगायी है जो बराबर भ्रमणशील रहकर मरीज़ों की पीड़ा का संज्ञान लेते हुए कार्मिकों की ड्यूटी सुनिश्चित करायेंगे ताकि मरीज़ों को बेहतर से बेहतर इलाज मिल सके और उनके साथ मौजूद तीमारदारों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
जिला मजिस्ट्रेट की ओर से जारी आदेश के अनुसार सांय 06:00 से रात्रि 08:00 बजे तक मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार, रात्रि 08:00 बजे से 10:00 बजे तक अपर जिला मजिस्ट्रेट विद्या शंकर सिंह, रात्रि 10:00 बजे 12:00 बजे तक मुख्य राजस्व अधिकारी आरपी मिश्रा, रात्रि 12:00 बजे से 02:00 बजे तक नगर मजिस्ट्रेट महेन्द्र सिंह, रात्रि 02:00 बजे से प्रातः 04:30 बजे तक प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर अरूण कुमार गोड़ तथा प्रातः 04:30 बजे से प्रातः 07:00 बजे तक अतिरिक्त मजिस्ट्रेट नागेन्द्र कुमार की ड्यूटी लगायी गयी है। सभी अधिकारियों एवं चिकित्सालय में तैनात सभी कार्मिकां को सचेत किया गया है कि ड्यूटी के प्रति किसी प्रकार की लापरवाही पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।