संवाददाता- रवि पाल
वृन्दावन। सोशल मीडिया जहा एक ओर समाज में नई क्रांति लेकर आया है वही दूसरी तरफ इसी सोशल मीडिया का दुरूपयोग भी है. जहा हम इसका सदुपयोग करते है वही असामाजिक तत्व इसका दुरूपयोग करते है.इसी सोशल मीडिया पर छात्राओं को शर्म-शार करने वाले कई प्रकरण सामने आ चुके है, अब आरोपी लगातार सक्रीय हैँ। फेसबुक और व्हाट्सएप पर छात्राओं और महिलाओं के अश्लील फोटो व वीडियो क्लिप वायरल करने वाले पुलिस की कार्रवाई के बाद भी बेखौफ हैं। इधर आरोपी का व्हाट्सएप चालू होने के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। आरोपी ने अब तीन संभ्रांत परिवारों की बेटियों के फोटो वायरल करने का मैसेज भेजा है।
शुक्रवार को एक पीड़ित परिवार ने बताया कि चार दिन से मथुरा पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। साइबर सेल और क्राइम ब्रांच भी आरोपी को खोज नहीं पाईं। इससे उसके हौसले बुलंद हैं। दिसंबर 2015 में जिस व्हाट्सएप नंबर से फोटो वायरल किए गए और बीते नौ माह से लगातार किए जा रहे थे, वो व्हाट्सएप नंबर फिर चालू हो गया। रात में करीब 11 बजे के बाद आरोपी का व्हाट्सएप चालू रहता है।
पीड़ितों के अनुसार आरोपी ने तीन प्रतिष्ठित परिवारों की लड़कियों के फोटो इस सूचना के साथ भेजे हैं कि जल्द ही इनके भी अश्लील फोटो व्हाट्सएप और फेसबुक पर वायरल करेगा। कनकधारा फाउंडेशन की अध्यक्ष डा. लक्ष्मी गौतम ने कहा कि आरोपी को पुलिस का खौफ नहीं है। पुलिस की ओर से अब तक केवल पीड़ित छात्राओं और उनके परिवारीजनों के बयान दर्ज किए गए हैं।
बताया गया है कि मामले में पुलिस की दो टीम पटना गई हैं। आरोपी ने जिन 50 से अधिक लड़कियों के अश्लील फोटो और क्लिप वायरल किए हैं, उनमें कुछ पटना की भी हैं। इसे देखते हुए मथुरा पुलिस पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज करने के लिए पटना भेजी गई है।
सुप्रीम कोर्ट जाएगा कनकधारा फाउंडेशन
सोशल मीडिया पर अश्लील फोटो वायरल कर धर्मनगरी को शर्मसार करने के मामले में कनकधारा फाउंडेशन सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर करेगा। पीड़ित छात्राओं और महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए केंद्र सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की जाएगी। फाउंडेशन की अध्यक्ष डा. लक्ष्मी गौतम ने कहा कि यह मामला मथुरा का ही नहीं बल्कि पूरे देश से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर बदनाम हुई लड़कियों में मथुरा के साथ-साथ पटना और इलाहाबाद की लड़कियां भी हैं। और जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की जाएगी।
मामले में एसपी सिटी अलोक प्रियदर्शी ने लगभग आम तौर का पुलिसिया बयान देते हुवे बताया कि “लगातार दबिशें दी जा रही हैं, आरोपियों की पकड़ को टीम लगी हुयी हैं। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा।” मगर यहाँ एक बड़ा सवाल अभी भी अनुतरित है कि प्रदेश की हाईटेक साइबर क्राइम पुलिस अखिर दिसंबर से अभी तक क्या कर रही है जो उसको अभी तक उन आरोपियों का पता नहीं चल रहा है और उधर आरोपीयो की हिम्मत का भी जवाब नहीं जो दुबारा उसी नंबर को चालू करके फिर एक बड़ा अपराध करने की खुली चुनौती पुलिस को दिए बैठे है.