इब्ने हसन जैदी
मोदी जी कहते है चाय पर चर्चा होनी चाहिए. तो हमने उनका अनुसरण कर चाय पर चर्चा की है. यह कहना है कानपुर के सपा के एक दबंग विधायक इरफ़ान सोलंकी का.कानपुर के जिला अस्पताल में बुधवार को हुए सपा विधायक और डॉक्टर शशिकांत मिश्रा के बीच आपसी बहस हो गई थी जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था वही इस घटना से नाराज डॉकटरो के एक पैनल ने सपा विधायक के खिलाफ थाना कोतवाली में तहरीर भी दे दी थी। उसके बाद गुरुवार को दबंग विधायक बैकफुट में आ गए और विधायक जी ने इस पुरे प्रकरण को बड़े नाटकीय अंदाज में ख़त्म किया।
विधायक जी ने शहर के एडीएम सिटी के आवास पर डॉक्टरों के साथ बैठक कर चाय की चुस्कियां ले रहे थे ,ये बैठक करीब दो घंटे तक चली और जब विधायक जी बाहर निकले तो वह केवल यह बोलते हुए दिखाई दे रहे थे की हमारा कोई विवाद नहीं है ,और मोदी जी भी यह कहते है की चाय पर चर्चा करनी चाहिए। और हम तो बस चाय पर चर्चा कर रहे थे।लेकिन इस दौरान दबंग विधायक इरफ़ान सोलंकी और डॉक्टर शशिकांत मिश्रा दोनों ने एक दूसरे से गले मिलकर मिठाई भी खिलाई। वही इस समझौते में शहर के एडीएम सिटी अविनाश सिंह,सीएमओ आर पी यादव के अलावा जिला अस्पताल के कई डॉक्टर भी मौजूद थे।
इरफ़ान सोलंकी सपा विधायक ने समझाने का प्रयास किया कि हमारा कोई विवाद नहीं था हम दोनों के बीच कुछ आपसी मतभेद हो गए थे,जिसे समझ नहीं पाये थे ,वो चाय के माध्यम से दूर हो गए ,हम लोगो ने एक दूसरे से गले मिलकर अपने गिले शिकवे दूर कर दिए है। डॉ शशिकांत मिश्रा ने बताया की हम लोग एक दूसरे को समझ नहीं पाये थे अब हमारा मामला ख़त्म हो गया है। कुछ गलत फैमियो की वजह से ये मामला बढ़ गया था।
अब कुछ सवाल अनुतरित रह गए है इस प्रकरण में. जब विधायक जी मोदी जी का अनुसरण कर चाय पर चर्चा कर रहे है तो कब विधायक जी मुख्यमंत्री का अनुसरण कर संयमी बनेगे. विधायक इरफ़ान सोलंकी और विवादों का जो चोली दामन का साथ हो गया है आखिर वो कब ख़त्म होगा. अभी कुछ ही दिनों पूर्व ही बात है जब विधायक पर उनके खुद के चाचा की पिटाई करने का आरोप लगा था. इसके पूर्व भी विधायक और उनके समर्थको द्वारा केसा की तत्कालीन एमडी से दुर्व्यवहार का आरोप लगा था.इसके अतिरिक्त विधायक और उनके समर्थको द्वारा एक सरकारी अस्पताल में चिकित्सको से मारपीट का भी आरोप लगा था. इस सभी विवादों के सूत्रधार विधायक जी का इन विवादों से कब अलगाव होगा देखना बाकि है.जो शायद पूरी फिल्म २०१७ के चुनावो में दिखाई दे जाय जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना न पड़े.