आफताब फारूकी।
इलाहाबाद,। पुलिस उत्पीड़ के खिलाफ जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में न्याय पाने के लिए अनिश्चिति कालीन धरने पर बैठे पत्रकार राकेश शुक्ला ने शुक्रवार को एसडीएम सोरांव एवं सीओं सोरांव सहित अन्य अधिकारियों के आश्वासन पर अनसन समाप्त कर दिया है।
बता दें कि तीखी खबरों से खुन्न खाये पुलिस ने नवाबगंज थाने में साजिश के तहत ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार राकेश शुक्ला के खिलाफ जबरन मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि पुलिस जबरन उन्हें परेशान कर रही है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिला संयुक्त मंत्री राकेश शुक्ला ने बताया कि वह वहां मौजूद नहीं थे। पहले वह मामले को लेकर गुहार लगाते रहें है। लेकिन अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी। थकहारकर वह न्याय पाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में मंगलवार को अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गये। धरने पर बैठे राकेश शुक्ल के समर्थन में बीजेपी के नेता धुन्नू भइया सहित कई अन्य लोग एक जुट हो रहे है। जिला प्रशासन के लिए किरकिरी बन सकती है। सूत्र की माने तो यदि अधिकारी नहीं चेते तो पत्रकार का आन्दोलन काफी भारी पड़ सकता है।
मामले को गम्भीरता से लेते हुए डीएम ने एसडीएम सोरांव को जांच का निर्देश दिया और एसएसपी को पत्र लिखा है कि पत्रकार राकेश शुक्ला के मामले की जांच करके नाम तत्काल निकाला जाय और नवाबगंज थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जाय।