मनीष गुप्ता
कानपुर.बड़े बुजुर्गो ने कहा है कि पूत सपूत तो क्यों धन संचय और पूत कपूत तो क्यों धन संचय. हम अपनी औलाद से उसके फर्माबरदार होने कि आशा करते है. एक माँ के कदमो में जन्नत है यह बचपन से पढ़ते आये है मगर आज भी इस दुनिया में कई ऐसे कमज़र्फ है जो अपनी माँ को तकलीफ देना तो छोडिये मौके पाते ही मार पीट पर उतारू हो जाते है. आज ऐसा ही एक वाक्य शहर में देखने को मिला जब एक शराबी और नशेबाज़ बेटे ने अपने नशे के खातिर पैसे मांगे और माँ ने नहीं दिया तो उसने अपनी बुज़ुर्ग माँ को मार मार कर अधमरा कर दिया, और मारा समझ कर उसको छोड़ कर भाग गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बर्रा थाना क्षेत्र के शिव नगर निवासी राजेन्द्र प्रसाद सक्सेना दादानगर के एक फैक्ट्री में काम करते हैं। परिवार में पत्नी सरोज सक्सेना दो बेटे शानू अंकित उर्फ़ छोटू (19) हैं। छोटू अपने पिता के साथ काम करता था, आज दोपहर अंकित माँ से पैसे माँग रहा था माँ ने पैसे देने से मना कर दिया इस पर अंकित ने माँ को बट्टे व पेंचकस से मार कर लहूलुहान कर दिया और मेन गेट बंद करके भाग गया। लहूलुहान अवस्था में सरोज ने छत से पड़ोस वालों को आवाज दी, पड़ोसियों ने दरवाजा खोल सरोज को हैलट में भर्ती कराया। जहाँ सरोज की हालत नाजुक बनी हुई है। अंकित के चाचा के बेटे लकी ने बताया की अंकित शराब व अन्य कई तरह के नशे करता है जिसके लिये आज वो माँ से पैसे मांग रहा था तो माँ ने मना कर दिया। इससे नाराज हो कर अंकित ने माँ को बट्टे व पेंचकस से लहूलुहान कर दिया।