वहीं दूसरी तरफ वह खुद इस प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री को अपने संचार माध्यम से सब में फैलाने का काम करके कहीं ना कहीं खुद की छवि भी उजागर कर रहे हैं क्या ऐसे अधिकारियों को अपने अस्तित्व का ज्ञान नहीं रहा है। दूसरों को सीख देने वाले जब खुद ही इन राहों पर चल निकलेंगे तो अपने से नीचे या फिर समाज को किस प्रकार का संदेश दे पाएंगे। इस प्रकार की घटना डिपार्टमेंट के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के लिए भी चिंतनीय विषय है।
शफी उस्मानी डेस्क: हिंदल वली गरीब नवाज़ ख्वाजा मोइंनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैही के उर्स मुबारक…
ईदुल अमीन डेस्क: उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को निर्माणाधीन इमारत…
मो0 कुमेल डेस्क: केरल के पथानामथिट्टा ज़िले में एक 18 साल की दलित-एथलीट युवती द्वारा…
तारिक खान डेस्क: नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कुम्भ मेले को लेकर सरकार पर…
आफताब फारुकी डेस्क: असम के दीमा हसाओ ज़िले की एक खदान में फंसे मज़दूरों को…
सबा अंसारी डेस्क: इंडिया गठबंधन के घटक दल शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत…